Bihar

राष्ट्रीय लोक अदालत में कई मामलों का हुआ निपटारा

सहरसा-लोक अदालत
सहरसा-लोक अदालत

सहरसा,09 मार्च (Udaipur Kiran) । व्यवहार न्यायालय में शनिवार को साल के पहले राष्ट्रीय लोक अदालत की शुरुआत जिला जज गोपाल जी, उपसमाहर्ता ज्योति कुमार एवं विधिवेत्ता संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार झा द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए जिला एवं सत्र न्यायाधीश गोपाल जी ने कहा कि इसमें किसी दूसरे का निर्णय नहीं होता है। लोक अदालत में स्वतंत्र सहमति से निर्णय होता है। इसमें ना तो किसी की हार होती है ना किसी की विजय होती है। ना इसका अपील है ना रीवीजन है। अन्य अदालतों में अगर कोई हारता है और कोई जीतता है तो जीतने वाले अपने लंबे अदालती खर्च और परेशानी को जोड़े तो उसके हाथ में कुछ नहीं मिलता है।

उन्होंने कहा कि छोटे-छोटे मुकदमे में सुलह करें । जब छोटे मुकदमे खत्म होंगे तो बड़े मुकदमे कम होंगे। उन्होंने पक्षकारों से आग्रह किया कि वह एक कदम आगे बढ़कर इसमें शामिल हों।

अपर समाहर्ता ने कहा कि कई ऐसे मामले हैं जो बिना तथ्य के हैं या जमीन के मामले में कुछ गलत तरह से तैयार अभिलेख पर वाद दायर किए गए हैं।ऐसे मामलों का अनुसंधान जल्द किया जाना चाहिए।जिला विधिवेत्ता संघ के अध्यक्ष विनोद कुमार झा ने भी लोक अदालत के महत्व और इसके सुलभ प्रावधान पर चर्चा की।

जिला विधिक सेवा प्राधिकार के सचिन अभिमन्यु कुमार ने मंच का संचालन करते हुए कहा कि पक्षकारों के हित में 11 बेंच का गठन किया गया है जिसमें न्यायिक अधिकारी एवं अधिवक्ता शामिल किए गए हैं । इन बेंच में न्यायालय के सुलहनीय वादों का निपटारा,बैंक ऋण के मामले, बिजली एवं मोटर व्हीकल आदि के मामलों में आपसी सहमति से मामले का निष्पादन किया जाएगा।

उन्होंने बैंक अधिकारियों से कहा कि वे सूद की राशि में अधिक से अधिक लाभ ऋणी को देने का प्रयास करें, जिससे वे ऋण मुक्त हो सकें।लोक अदालत में जिले के सभी प्रखंडों से आए हुए लोगों ने अपने ऊपर लिए गए ऋण और अन्य मामलों के निपटारों का निदान राष्ट्रीय लोक अदालत के जरिए पाया। इस बार के राष्ट्रीय लोक अदालत में सभी ऋण, बिजली विभाग ,श्रम विभाग, घरेलू झगड़े और प्रशासनिक सहित अन्य मामलों से संबंधित मामलों की सुनवाई की गई। मौके पर अपर सत्र न्यायाधीश एवं बैंक के अधिकारी भी मौजूद रहे।

(Udaipur Kiran) /चंदा

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