RAJASTHAN

महात्मा ज्योति बा फुले को जयंती पर किया याद

ल

जोधपुर, 11 अप्रैल (Udaipur Kiran) । महान समाज सुधारक, सामाजिक क्रांति एवं शिक्षा के अग्रदूत महात्मा ज्योति बा फुले की जयंती गुरुवार को श्रद्धापूर्वक मनाई गई। इस दौरान कांग्रेस, भाजपा के पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं के साथ ही अन्य लोगों व अनुयायियों ने उन्हें स्मरण कर पुष्प अर्पित किए। महामंदिर रेलवे स्टेशन के पास स्थित उनकी प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित की। साथ ही उनके बताए गए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया।

महात्मा ज्योति बा फुले की प्रतिमा पर गुरुवार सुबह केंद्रीय जलशक्ति मंत्री व भाजपा प्रत्याशी गजेंद्र सिंह शेखावत सहित कांग्रेस और भाजपा के अन्य पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने पुष्पांजलि अर्पित की। इसके साथ ही कई अन्य लोगों ने भी उन्हें श्रद्धांजलि देकर ज्योति बा फुले अमर रहे के नारे लगाए।

माली संस्थान जोधपुर, लॉयन्स क्लब जोधपुर मंडोर की संयुक्त मेजबानी में आयोजित कार्यक्रम में भाजपा शहर जिला अध्यक्ष देवेन्द्र सालेचा, पूर्व जेडीए चेयरमैन डॉ. महेन्द्र सिंह राठौड़, पूर्व जिला अध्यक्ष नरेन्द्र सिंह कच्छवाह सहित अनेक पदाधिकारी, जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे। इस दौरान जनप्रतिनिधियों ने कहा कि महात्मा ज्योति बा फुले ने देश में महिलाओं के लिए 1848 में सर्वप्रथम शिक्षा के द्वार खोले।

महात्मा ज्योतिबा फुले ने वंचित वर्गों एवं बालिका शिक्षा के क्षेत्र में काम किया। समाज हित एवं महिला शिक्षा के क्षेत्र में किए गए उनके कार्य अविस्मरणीय है। ज्योतिबा फुले ने नारी शिक्षा की अलख जगाई। अपनी पत्नी को शिक्षित कर देश में बालिका शिक्षा की शुरुआत की।

उन्होंने दलितों, पिछड़ों को शिक्षा का अधिकार दिलाया। अपनी पत्नी सावित्रीबाई फुले को भारत की प्रथम महिला शिक्षिका बनाकर नारी शिक्षा की अलख जगाई। फुले ने कई पाठशालाएं खोलीं और सत्यशोधक समाज की स्थापना की। जातिगत भेद-भाव के कारण उन्हें स्कूल छोडना पड़ा। स्कूल छोडने के बाद भी उनमें पढऩे की ललक बनी रही।

सगुनाबाई ने बालक ज्योतिबा को घर में ही पढऩे में मदद की। घरेलू काम के बाद जो समय बचता उसमें वह किताबें पढ़ते थे। ज्योति बा पास-पड़ोस के बुजुर्गों से विभिन्न विषयों में चर्चा करते थे। लोग उनकी बातों से बहुत प्रभावित होते थे। उन्होंने सामाजिक कुरीतियों, अंधविश्वास को दूर कराने के लिए 1873 मे सत्य शोधक समाज की स्थापना कर एवं अनेक सामाजिक जागृति के लिए आन्दोलन कर राह दिखाने वाली ज्योति को याद कर नमन किया।

(Udaipur Kiran) /ईश्वर

Most Popular

To Top