Haryana

मायूस हुए विधायक, नहीं हुआ मंत्रिमंडल का विस्तार

राजभवन में तैयारियों के साथ तीन बार बदला कार्यक्रम

चंडीगढ़, 16 मार्च (Udaipur Kiran) । नायब सैनी सरकार में मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर पेंच फंसता जा रहा है। शनिवार को राजभवन में तीन बार मंत्रिमंडल विस्तार तथा शपथ ग्रहण को लेकर कार्यक्रम आयोजन की खबरें आईं, लेकिन शाम होते-होते विस्तार भी टल गया और मंत्री बनने की इच्छा लेकर चंडीगढ़ पहुंचे विधायक भी मायूस होकर लौट गए।

मनोहर लाल ने 12 मार्च को मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दिया था। इसी दिन नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया गया। सीएम के साथ पांच मंत्रियों कंवर पाल गुर्जर, मूलचंद शर्मा, चौ. रणजीत सिंह, जेपी दलाल और डॉ बनवारी लाल ने पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इसके अगले दिन से मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर चर्चाओं का दौर चल रहा है। शपथ लेने वाले मंत्रियों को अभी तक विभाग भी अलॉट नहीं किए गए हैं।

शुक्रवार की रात कई विधायकों को फोन करके सुबह चंडीगढ़ आने को कहा गया। बताते हैं कि राजभवन में भी संदेशा भेजा गया। हालांकि राजभवन में इस बार कोई पंडाल नहीं लगाया गया। इस तरह की तैयारी थी कि कैबिनेट विस्तार हॉल में ही किया जाएगा। सुबह 11 बजे ही राजभवन में हलचल शुरू हो गई थी।

कैबिनेट में शामिल किए जाने वाले विधायकों में बड़खल विधायक सीमा त्रिखा, सोहना के संजय सिंह, सिरसा के गोपाल कांडा, रतिया के लक्ष्मण पाना, नारनौल के ओपी यादव के नाम चर्चाओं में थे। इसके बाद अभय यादव का नाम भी सुनने को मिला। सुबह 10-11 बजे तक सुर्खियों में रहे इन नामों में दोपहर एक बजे के लगभग बदलाव भी सुनने को मिला। फिर पता लगा कि गोपाल कांडा की बजाय ज्ञानचंद गुप्ता को कैबिनेट में शामिल किया जा सकता है। इसी तरह से दीपक मंगला और गुरुग्राम विधायक सुधीर सिंगला का नाम भी पता लगा। पानीपत ग्रामीण विधायक महिपाल ढांडा और थानेसर विधायक सुभाष सुधा को पंजाबी कोटे से कैबिनेट में लिए जाने की सूचना मिली। इनमें से अधिकांश विधायक चंडीगढ़ पहुंच हुए थे, लेकिन बाद में उन्हें बेरंग ही लौटना पड़ा।

इस दौरान सरकार के अधिकारियों का भी राजभवन आना शुरू हुआ। साढ़े 11 बजे के करीब मंत्री कार सेक्शन की पांच गाड़ियां भी राजभवन पहुंची, लेकिन वे तुरंत गेट से ही वापस लौट गईं। इस दौरान सीएम और पूर्व सीएम के बीच भी काफी देर तक बैठकें चलती रहीं। मुख्य सचिव टीवीएसएन प्रसाद पहले मुख्यमंत्री आवास पर नायब सिंह सैनी से मिले। इसके बाद वे राजभवन भी आए और काफी देर रुकने के बाद वापस लौट गए।

इसके बाद चर्चा चली की दोपहर एक बजे मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। करीब साढ़े 12 बजे राजभवन की तरफ जाने वाली सड़कों पर ट्रैफिक को डायवर्ट कर दिया गया और मुख्यमंत्री के आगमन के लिए गेट तक खोल दिया गया। तीन बजे भारत निर्वाचन आयोग की प्रेस कांफ्रेंस थी। ऐसे में फिर दो से ढाई बजे के दौरान नये मंत्रियों को शपथ दिलाए जाने की खबरें आईं, लेकिन विधायकों का यह इंतजार भी किसी काम नहीं आया। आखिर में यह तय हो गया कि फिलहाल मंत्रिमंडल का विस्तार नहीं किया जाएगा।

अनिल विज बोले- किसी से नहीं हूं नाराज

नायब सैनी मंत्रिमंडल का विस्तार बार-बार टल रहा है। शनिवार को तो राजभवन में तैयारियां तक कर ली गई थीं। मंत्रिमंडल विस्तार टलने के पीछे पूर्व गृहमंत्री अनिल विज की नाराजगी मुख्य कारण बताई जा रही है। नायब सैनी के शपथ ग्रहण समारोह का बहिष्कार करने वाले अनिल विज आज पहली बार मीडिया के सामने आए और इस मुद्दे पर स्थिति स्पष्ट की।

विज ने शनिवार को मीडिया से बातचीत में स्पष्ट तौर पर कहा कि वे नाराज नहीं हैं। उन्होंने इस तरह की खबरों को भी सिरे से नकार दिया कि उन्हें मनाने की कोशिश की जा रही है। विज का कहना है कि 12 मार्च को मुख्यमंत्री की शपथ के बाद से अभी तक उनसे किसी ने कोई बात नहीं की है। इस दौरान वे विधानसभा में विश्वास मत के लिए भी पहुंचे थे।

(Udaipur Kiran)

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