Haryana

यमुनानगर: विदेशी लोगों से ठगी करने के मामले में 20 लोगों पर केस

-साइबर केस में पकड़े गए आरोपियों से जप्त उपकरणों से पता चला

-यें सभी 20 आरोपी बंगाल, दिल्ली और पंजाब के निवासी

यमुनानगर, 27 मार्च (Udaipur Kiran) । क्रिप्टोकरेंसी के जरिए ठगी करने वाले गिरोह ने कई अन्य विदेशियों से ठगी की है। अब एक और नया केस साइबर क्राइम थाना प्रभारी बलवंत सिंह की ओर से बुधवार को केस दर्ज कराया गया है। जिसमें इस गिरोह से जुड़े 20 लोगों के विरुद्ध केस दर्ज हुआ है।

पुलिस में दर्ज केस के अनुसार, साइबर ठगी के केस में पकड़े गए आरोपितों से जब्त किए गए उपकरणों की जांच में पता चला कि आरोपितों ने जाली दस्तावेजों का उपयोग कर रिचर्ड, डेविड, मर्सिया, माइकल, जार्ज और विदेश में रहने वाले अन्य लोगों के साथ साइबर धोखाधड़ी भी की है। यह पता चला कि वर्ष 2022 में आंचल मित्तल, विक्रमजीत, चोपड़ा गार्डन निवासी अक्षय छिब्बर व डिकी ने काल सेंटर स्थापित किया था। विक्रमजीत सिंह काल सेंटर में काम करने और वहां रहने वाले आरोपितों को सामान उपलब्ध कराता था। आरोपित मोहित, राहुल विर्दी और विक्रम चौधरी टोल फ्री नंबर देते थे। जिसके लिए उन्हें भुगतान किया जाता था। यह तीनों आरोपित विक्रमजीत सिंह के लिए काल वेंडर भी हैं।

आरोपितों ने पेपल व नार्टन के जरिए क्रिप्टाेकरेंसी का कार्य करने वालों को धोखा देने के लिए ईमेल की स्क्रिप्ट तैयार करते। फिर टोल फ्री नंबर (टीएफएन) वाला संदेश एसएमटीपी (सिंपल मेल ट्रांसफर प्रोटोकाल) सर्वर के माध्यम से ईमेल भेज देते। ईमेल में यह खुद को पेपल सुरक्षा अधिकारी बताते। जब लोगों को यह ईमेल मिलता तो वह ईमेल में दिए टोल फ्री नंबर पर काल करते तो इन काल काे विजय बिस्सा, सुंदरम, शादान, नौशाद, फहद, श्वेता तिवारी आदि सुनते। वह काल करने वालों को बातों में उलझा लेते। फिर उसके कंप्यूटर या मोबाइल को एनीडेस्क के माध्यम से अपने सिस्टम पर ले लेते। जिससे उसके खाते व कंप्यूटर की पूरी जानकारी लेकर उनके बिटक्वाइन खाते से क्रिप्टोकरेंसी अपने पास ट्रांसफर कर लेते। जिसे बाद में नकदी में बदल लेते। ये सभी आरोपित बंगाल, दिल्ली और पंजाब के रहने वाले है।

(Udaipur Kiran) /अवतार

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