RAJASTHAN

मतदान प्रतिशत घटने के बाद भी भाजपा की जीत सुनिश्चित- विनय सहत्रबुद्धे

अजमेर, 20 अप्रैल (Udaipur Kiran) । भारतीय जनता पार्टी के राजस्थान प्रभारी विनय सहत्रबुद्धे ने कहा कि मतदाता को केंद्र में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार को बदलना नहीं है, इसलिए मतदान प्रतिशत में कमी रह सकती है। वैसे मतदान कम रहने की अन्य वजह भी हैं जिनमें धूप तेज होना और शादियों में लोगों की व्यस्तता होना भी शामिल है। बावजूद यह सही है कि मतदान प्रतिशत में कमी रही है पर मतदान प्रतिशत घटने के बाद भी भाजपा की जीत सुनिश्चित है।

विनय सहत्रबुद्धे शनिवार को अजमेर में लोकसभा चुनाव के लिए राजस्थान में पहले चरण में वोटिंग कम होने पर मीडिया के समक्ष अपने विचार रख रहे थे। वे बोले कि जहां सरकार बदलनी होती है, तब मतदाता जोर-शोर से वोटिंग करते हैं। जब सरकार वहीं रखनी होती है तो लोगों में उत्साह थोड़ा कम होता है।

उन्होंने कहा कि यह सही है कि लोकसभा चुनाव के पहले चरण में कम वोटिंग परसेंट सामने आया है। इसका एक कारण धूप और दूसरा लोगों की शादी में व्यस्तता भी हो सकता है। इसके बावजूद भाजपा के वोटर कार्यकर्ताओं की अपील के माध्यम से मतदान के लिए निकले हैं। आगे भी उन्हें अपने घरों से जल्दी बाहर निकलने और वोटिंग करने के लिए तत्पर कहा जा रहा है। उन्होंने कहा कि इसमे कोई संशय नहीं होना चाहिए कि कम परसेंटेज वोटिंग का कारण सरकार से नाराजगी हो। बीजेपी की जीत सुरक्षित है। उन्होंने कहा कि जहां सरकार बदलनी होती है, तब लोग जोर-शोर से वोटिंग करते हैं। जब सरकार रखनी होती है तो लोगों में उत्साह थोड़ा कम रहता ही है। आम लोगों ने माना है कि बीजेपी तो सरकार बनाने वाली है। थोड़ा इसके कारण भी सक्रियता कम हुई होगी।

प्रदेश प्रभारी ने पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की सक्रियता दिखाई नहीं देने पर पूछे गए सवाल पर कहा कि वे स्टार प्रचारक की लिस्ट में हैं। वे उनसे लगातार संपर्क में भी हैं, रामनवमी के कारण वे अपनी पूजा-पाठ में व्यस्त रही हैं। अभी जहां-जहां उन्हें बुलाया जा रहा है वह जा रही हैं। राजस्थान प्रभारी विनय सहत्रबुद्धे ने कहा कि बीजेपी इस चुनाव में पहले से आत्मविश्वास के साथ उतरी है। यह आत्मविश्वास उनके काम के आधार पर है। उन्होंने कहा कि राजनीति और प्रदर्शन करने की यानी काम करने की बात यदि कोई हिम्मत से करती है तो वह भारतीय जनता पार्टी ही करती है। कांग्रेस कभी भी काम करके दिखाने की बात नहीं करेगी क्योंकि काम करके दिखाने वाला कौन होता है कैसा होता है, वह उन्हें मालूम नहीं है।

कम मतदान लोगों में गंभीर चर्चा का विषय…..

नरेन्द्र मोदी का नारा कि वे फिर से प्रधानमंत्री बनने जा रहे है यह उनका ओवरकॉफिडेंस ही तो कहीं कार्यकर्ता को मेहनत करने से नहीं रोक बैठा। मतदाता भी यही सोच कर घर से उत्साह से नहीं निकला कि कि मोदी की ही सरकार आ रही है अपने एक वोट से क्या ही फरक पड़ेगा? लोगों में चर्चा रही कि अबकी बार 400 पार का नारा देकर भाजपा वाले उत्साह में थे किन्तु मतदान के दिन इस बार पहले की तरह न कोई लहर दिखी न कोई अंडर करेंट दिखा। यह बात भी सही है कि इस बार के चुनाव में कोई विशेष मुद्दा भी दिखाई नहीं दिया जिसे विपक्षी भुना रहे हों । मतदान के दिन से पहले तक बेरोजगारी, महंगाई, झूठ, किसान और गरीबों के खातों में पैसा जैस मुद्दों की हवा तो विपक्ष नहीं बना सका।

(Udaipur Kiran) /संतोष /ईश्वर

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