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(अपडेट) खाटूश्याम का लक्खी मेला शुरू : देशभर से पहुंच रहे हैं श्रद्धालुओं के जत्थे

कतारों में लगे भक्त।

सीकर, 11 मार्च (Udaipur Kiran) । सीकर के खाटूश्यामजी मंदिर में सोमवार से लक्खी मेला शुरू हो गया है। मेले के लिए देशभर से श्रद्धालुओं के जत्थे खाटू नगरी पहुंच रहे हैं। सुबह 5.45 बजे मंगला आरती से दर्शन शुरू हुए। इससे पहले शनिवार रात से ही भक्तों की कतारें लगना शुरू हो गई थीं।

मंदिर में मेले के दौरान सुरक्षा व्यवस्था चाक चौबंद है। मेले में पांच हजार पुलिसकर्मी आठ-आठ घंटे की शिफ्ट में ड्यूटी संभाल रहे हैं। पूरे मेला एरिया को 350 हाई क्वालिटी सीसीटीवी कैमरों से कवर किया गया है। इसके साथ ही 16 ड्रोन से चप्पे-चप्पे की निगरानी की जा रही है। मोबाइल टावर नेटवर्क के लिए दो अस्थायी टावर भी लगाए गए हैं। मंदिर तक पहुंचने के लिए रींगस (सीकर) से वाहनों को डायवर्ट किया जा रहा है। रींगस से खाटू जाने वाले रास्ते पर सिर्फ पैदल जत्थे चल रहे हैं। लोग श्याम बाबा का जयकारा लगाते, भजन गाते, नाचते चल रहे हैं। श्रद्धालुओं के हाथों में निशान (ध्वज) हैं जिन पर श्याम की छवि अंकित है। खाटू स्थित श्याम मंदिर को फूलों से सजाया गया है। ये फूल दिल्ली से मंगवाए गए हैं।

खाटू नगरी में उप जिला हॉस्पिटल के सामने विनायक मिष्ठान भंडार के संचालक पूरण ने बताया कि मेले के दौरान सबसे ज्यादा प्रसाद चूरमे और पेड़े का बिकता है। लोग श्याम बाबा को गुलाब का फूल भी भेंट करते हैं। ऐसे में मिठाई या प्रसाद बेचने वाले दुकानदार गुलाब के फूल भी साथ ही बेचने लगे हैं। खाटू में देसी घी में बना गेहूं के आटे का चूरमा प्रसाद के तौर पर चढ़ाया जाता है। कई दिनों तक यह प्रसाद खराब नहीं होता। झारखंड के जमशेदपुर से श्याम मंडल के भक्त तिरंगा निशान (ध्वज) लेकर खाटू नगरी पहुंचे हैं। श्रद्धालुओं का यह जत्था लगातार 12वीं साल तिरंगा थीम का निशान लेकर खाटू पहुंचा है। दल के सदस्यों का कहना है कि भगवान की भक्ति के साथ वे तिरंगा ध्वज से भाईचारे और देशभक्ति का मैसेज देते हैं।

लक्खी मेले के पहले दिन सोमवार को लोगों की भीड़ का दवाब कम है। श्रद्धालुओं को आसानी से श्याम बाबा के दर्शन हो रहे हैं। मंदिर में आकर्षक सजावट की गई है। रिनोवेशन के बाद कई श्रद्धालुओं ने मंदिर को अब देखा है। सुविधाएं बढ़ाई गई हैं और अब दर्शन करना आसान हो गया है। परिसर के अंदर छत पर की गई सजावट मन मोह रही है। जयपुर से खाटू नगरी पहुंचे श्रद्धालु यशवंत सोनी ने बताया कि वे परिवार के साथ हर साल खाटू धाम आते हैं। बाबा श्याम के दर पर वे पिछले 10 साल से आ रहे हैं। उनका विश्वास है कि बाबा हर भक्त की मनोकामना पूरी करते हैं। झारखंड से आए श्रद्धालु प्रवीण अग्रवाल ने कहा कि वे 20 साल से खाटू धाम आ रहे हैं। श्याम बाबा हर मन्नत पूरी करते हैं। मंदिर में दर्शन करने झारखंड के जमशेदपुर से आए 125 लोगों के दल ने रींगस (सीकर) से पदयात्रा शुरू की और खाटू धाम पहुंचे। इनका दल 20 साल से खाटू नगरी आ रहा है। खाटूश्यामजी मंदिर में दोपहर की आरती के लिए मंदिर परिसर के सामने 75 फीट ग्राउंड पर दो बड़ी स्क्रीन लगाई गई। कतार में लगे श्रद्धालुओं ने स्क्रीन पर ही भोग आरती देखी।

खाटूश्यामजी मेले में पहली बार मंदिर कमेटी ऑफिस के नजदीक मेडिकल शेल्टर बनाया गया है। शेल्टर में मिनी क्लिनिक बनाई गई है। जहां प्रॉपर बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाएं और इंजेक्शन उपलब्ध हैं। मेला एरिया में ऐसे कुल 10 मेडिकल शेल्टर लगाए गए हैं। मंदिर के मुख्य परिसर पर फूलों से तोरण द्वार तैयार किया गया है। इसे एक्सपर्ट 150 कारीगरों ने तैयार किया है। लक्खी मेले में रींगस (सीकर) में तोरण द्वार पर निशान (ध्वज) लेकर दूर-दूर से श्रद्धालु पहुंचे हैं। बाबा श्याम के भजनों पर श्रद्धालु नाचते गाते पहुंच रहे हैं। यहां से वाहनों को पार्किंग में लगाकर यात्रियों के जत्थे पदयात्रा के रूप में खाटू तक का सफर आरंभ कर रहे हैं। रींगस (सीकर) से खाटूश्यामजी मंदिर तक नो व्हीकल जोन है। यहां से पैदल श्रद्धालु ही जा सकेंगे। खास सेवाओं के व्हीकल जा रहे हैं। तोरण द्वार से डायवर्जन कर वाहनों को खाटू तक जाने दिया जा रहा है।

(Udaipur Kiran) /रोहित/ईश्वर

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