Delhi

अन्ना हजारे के आंदोलन से शुरू किया था राजनीति का सफर

नई दिल्ली, 21 मार्च (Udaipur Kiran) । भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में अपनी सेवा दे चुके अरविंद केजरीवाल वर्ष 2011 में सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के साथ जब जुडे़ तक वह सुर्खियों में आए। अन्ना हजारे के साथ मिलकर जन लोकपाल विधेयक को लागू करने की मांग करते हुए इंडिया अगेंस्ट करप्शन ग्रुप (आईएसी) का गठन किया। जन लोकपाल विधेयक की मांग को लेकर 16 अगस्त को दिल्ली के रामलीला मैदान में अन्ना हजारे भूख-हड़ताल पर बैठ गए। ये आंदोलन 28 अगस्त तक चला। अन्ना हजारे के साथ इस आंदोलन में उस समय अरविंद केजरीवाल, किरण बेदी, कुमार विश्वास, संजय सिंह और मनीष सिसोदिया ने बड़ा रोल अदा किया था। इस बीच अन्ना को पीछे छोड़ अरविंद केजरीवाल इस आंदोलन के प्रमुख चेहरा बनकर उभरे। मूलत: हरियाणा के सिवानी जिले के खेड़ा गांव में रहने वाले अरविंद केजरीवाल का जन्म 16 अगस्त 1968 में हुआ।

अरविंद केजरीवाल के पिता गोबिंद राम एक इलेक्ट्रिकल इंजीनियर थे। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा हिसार के कैंपस स्कूल और सोनीपत के होली चाइल्ड स्कूल से प्राप्त की। 1985 में आईआईटी-जीईई परीक्षा पास की और ऑल इंडिया 563 रैंक ले आए। मैकेनिकल इंजीनियरिंग में आईआईटी खड़गपुर से स्नातक किया। 1989 में केजरीवाल जमशेदपुर में टाटा स्टील में शामिल हो गए। 1992 में सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी का हवाला देते हुए टाटा स्टील की नौकरी से इस्तीफा दे दिया।

1995 में पास की यूपीएससी परीक्षा देकर बने आईआरएस अधिकारी

1995 में अरविंद केजरीवाल ने सिविल सेवा परीक्षा पास की। उनका चयन भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) में हुआ। उन्होंने आयकर विभाग के सहायक आयुक्त के रूप में काम किया। हालांकि साल 2000 में अरविंद केजरीवाल ने उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए दो साल की सवैतनिक छुट्टी देने का अनुरोध किया।

2013 में बनाई सरकार, पहली बार बने मुख्यमंत्री

अरविंद केजरीवाल ने 02 अक्टूबर 2012 को अपने राजनीतिक दल का गठन किया। 24 नवंबर 2012 को आम आदमी पार्टी बनाई गई। साल 2015 के चुनाव में केजरीवाल की पार्टी ने रिकॉर्ड तोड़ 67 सीटें जीतकर विधानसभा में पहुंची।

(Udaipur Kiran) /आकाश

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