Madhya Pradesh

पीएम कॉलेज आफ एक्सीलेंस योजना में पीजी कॉलेज का चयन बड़ी उपलब्धि: चंदवानी

प्रधानमंत्री कॉलेज आफ एक्सीलेंस योजना के तहत मिली उपलब्धियों की जानकारी दी श्री चंदवानी ने

मंदसौर, 16 मार्च (Udaipur Kiran) ।शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय के सर्वांगीण विकास के लिए हम निरंतर प्रयासरत हैं। हमने शैक्षणिक गतिविधियों सहित महाविद्यालय के संपूर्ण विकास हेतु कार्य योजना तैयार की है। प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस योजना में शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय का चयन हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि है। इसके तहत हमें अनेक सौगातें प्राप्त हुई हैं। निकट भविष्य में महाविद्यालय में और अधिक सुविधायें बढ़ेंगी, जिसका लाभ विद्यार्थियों को प्राप्त होगा। यह जानकारी शासकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय जन भागीदारी समिति के अध्यक्ष नरेश चंदवानी ने दी।

चंदवानी ने बताया कि राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (नेक) के अवलोकन दौरे के लिए हम पूरी तरह तैयार हैं। हमारा पूरा प्रयास है कि महाविद्यालय को ए प्लस़़ ग्रेड प्राप्त हो। महाविद्यालय परिसर में भारत रत्न पंडित अटल बिहारी वाजपेई परिसर को सुसज्जित किये जाने हेतु मास्टर प्लान तैयार किया गया है। इस मास्टर प्लान से परिसर में लेवलिंग, ट्री प्लांटिंग, फाउंटेन, लाइटिंग, पेवर ब्लॉक आदि कार्य होंगे।

चंदवानी ने बताया कि प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस योजना के तहत महाविद्यालय को तीन नए संकाय और विभिन्न पदों पर स्वीकृतियां प्राप्त हुई हैं। महाविद्यालय को बायोटेक्नोलॉजी, कंप्यूटर साइंस एवं मनोविज्ञान संकाय की स्वीकृति प्राप्त हुई है। जबकि समाजशास्त्र में दो दर्शनशास्त्र में एक मनोविज्ञान में एक भूगर्भ शास्त्र में तीन वनस्पति शास्त्र में एक प्राणी शास्त्र में एक बायोटेक्नोलॉजी में पांच टर्म कंप्यूटर साइंस में पांच सहायक प्राध्यापक पदों की स्वीकृति भी मिली है। इस तरह अकादमी के स्तर पर 19 शैक्षणिक पदों की स्वीकृति प्राप्त हुई है। जबकि प्रयोगशाला तकनीशियन दो, प्रयोगशाला परिचारक दो एवं कंप्यूटर आपरेटर का एक पद स्वीकृत किया गया है।

चंदवानी ने बताया कि प्रशासनिक भवन के प्रथम तल का निर्माण कार्य भी पूर्ण हो गया है। महाविद्यालय के विभिन्न ब्लाकों का नामकरण महापुरुषों के नाम पर किया गया है। महाविद्यालय में बैचलर आफ फिजिकल एजुकेशन कोर्स प्रारंभ किया गया है। यह कोर्स नीमच से लेकर उज्जैन तक किसी भी शासकीय महाविद्यालय में नहीं है। यह एक रोजगारन्मुखी कोर्स है। उन्होंने बताया कि मेरी माटी मेरा देश अभियान के अंतर्गत अमृत वाटिका का निर्माण भी महाविद्यालय में किया गया है।

(Udaipur Kiran) / अशोक झलौया

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