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संग्रहालयों में आपदा से निपटने के लिए तैयारी जरूरी

आईजीएनसीए

नई दिल्ली, 20 मार्च (Udaipur Kiran) । इन्दिरा गांधी राष्ट्रीय कला केन्द्र (आईजीएनसीए) के स्थापना दिवस के दूसरे दिन की शुरुआत संग्रहालयों और गैलरी में आपदा जोखिम को कम करने के प्रशिक्षण वर्कशॉप के साथ हुई। इस तीन दिवसीय वर्कशॉप का आयोजन आईजीएनसीए ने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन संस्थान (एनआईडीएम) के सहयोग से किया है, जो 22 मार्च तक चलेगा। इस मौके पर संग्रहालयों में आपदा से निपटने की लिए तैयारी पर जोर दिया गया ।

बुधवार को आयोजित इस वर्कशॉप में आईजीएनसीए के डीन डॉ. प्रतापानंद झा ने कार्यशाला के अनूठेपन और विशिष्टता पर प्रकाश डालते हुए स्वागत भाषण दिया। उन्होंने डिजिटलीकरण के माध्यम से संपदा संरक्षण और सुरक्षा के साथ-साथ संग्रहालयों और दीर्घाओं के लिए आपदा जोखिम न्यूनीकरण (डीआरआर) अभ्यासों के महत्व पर जोर दिया।

एनआईडीएम के कार्यकारी निदेशक राजेंद्र रत्नू ने एनआईडीएम और डीएम (आपदा प्रबंधन) संरचना की भूमिकाओं के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एनडीएमए) के दिशा-निर्देशों, सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) और ‘सेंडाई फ्रेमवर्क फॉर एक्शन’ में उल्लिखित सांस्कृतिक विरासत और डीआरआर से सम्बंधित प्रावधानों पर चर्चा की। उन्होंने सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण में डीआरआर के महत्व को रेखांकित किया। उन्होंने आपात स्थिति के दौरान तैयारी सुनिश्चित करने के लिए नियमित प्रशिक्षण और अभ्यास की आवश्यकता पर बल दिया। सत्र के अंत में आईजीएनसीए के एनएमसीएम प्रभाग की निदेशक डॉ. ऋचा नेगी ने अतिथियों, प्रशिक्षकों और प्रतिभागियों के प्रति आभार प्रकट किया।

इससे पूर्व आईजीएनसीए के स्थापना दिवस की शुरुआत मनमोहक शास्त्रीय प्रस्तुतियों के साथ हुई। कार्यक्रम का प्रारम्भ अकाराई बहनों- एस. सुब्बलक्ष्मी और एस. स्वर्णलता के वायलिन वादन से हुआ। इसके बाद उस्ताद अमजद अली खान के छोटे सुपुत्र अयान अली बंगश ने सरोद की प्रस्तुति दी। आईजीएनसीए के उन्मुक्त एम्पीथिएटर में आयोजित दोनों प्रस्तुतियों ने समां बांध दिया। इस अवसर पर आईजीएनसीए के अध्यक्ष रामबहादुर राय, सदस्य सचिव डॉ. सच्चिदानन्द जोशी, प्रख्यात नृत्यांगना और राज्यसभा सदस्य पद्मविभूषण डॉ. सोनल मानसिंह, प्रख्यात नृत्यांगना और पद्मविभूषण डॉ. पद्मा सुब्रमणयम, प्रख्यात सरोद वादक उस्ताद अमजल अली खां, प्रख्यात नृत्यांगना और संगीत नाटक अकादमी की अध्यक्ष डॉ. संध्या पुरेचा, आईजीएनसीए की निदेशक (प्रशासन) डॉ. प्रियंका मिश्रा एवं अन्य गण्यमान्य लोग उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) / विजयलक्ष्मी

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