Uttrakhand

मां काली के उपासक बरखा गिरी की समाधि पर हुई नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना

बाबा बरखागिरी महाराज समाधि स्थल, जहां पर नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना की गई।

रुद्रप्रयाग, 22 अप्रैल (Udaipur Kiran) । प्रसिद्ध सिद्धपीठ मां काली शिला के परम उपासक ब्रह्मलीन सिद्ध बाबा बरखा गिरी महाराज की पुण्य स्मृति में उनकी समाधि स्थल पर आयोजित नर्मदेश्वर शिवलिंग प्रतिष्ठा कार्यक्रम संपन्न हो गया। पांच दिवसीय कार्यक्रम के अंतिम दिन पूर्णाहुति के बाद भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें स्थानीय भक्तों के साथ ही देश के विभिन्न राज्यों से आए श्रद्धालुओं ने महा प्रसाद ग्रहण किया।

समुद्र तल से 3,463 मीटर की ऊंचाई पर स्थित काली शिला मंदिर में सालभर लोगों का तांता लगा रहता है। ये मंदिर भारत के प्रमुख सिद्ध और शक्तिपीठों में एक है। काली शिला के बारे में मान्यता है कि मां दुर्गा ने शुम्भ, निशुम्भ और रक्तबीज दानव का वध करने के लिए काली शिला में 12 साल की बालिका का रूप धारण किया। काली शीला में देवी के 64 यन्त्र है। मां दुर्गा को इन्हीं यंत्रों से शक्ति मिली थी। कहा जाता है कि इस जगह पर 64 योगिनियां विचरण करती रहती हैं।

मां काली शिला के परम उपासक ब्रह्मलीन सिद्धबाबा बरखा गिरी महाराज की पुण्यस्मृति में उनकी समाधि पर मध्यप्रदेश स्थित नर्मदा नदी के उद्गम स्थल अमरकंटक से लाए स्वयंभू शिवलिंग की प्रतिष्ठा कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के आयोजक महंत सरस्वती गिरी एवं थानापति मणी महेश गिरी ने बताया कि बरखा गिरी महाराज ने सिद्धपीठ काली शिला में रहकर मां काली की तपस्या की थी, जिससे उन्हें सिद्धि की प्राप्ति हुई। उनकी समाधि पर नर्मदेश्वर शिवलिंग की स्थापना की गई है। साथ ही पूर्णाहुति के दिन भंडारे का भी आयोजन किया गया। भंडारे में देश के विभिन्न राज्यों से पहुंचे साधु संतों के अलावा भक्तों ने काली शिला पहुंचकर प्रसाद ग्रहण किया।

उन्होंने कहा कि जो भी भक्त काली शिला आकर मां की सच्चे मन से पूजा-अर्चना करता है, उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम को सफल बनाने में केदारनाथ धाम के वेदपाठी स्वयंवर सेमवाल, इंदौर मध्यप्रदेश से आए आचार्य रितेश, प्रकाश दीक्षित, नीरज शर्मा, कुंदन दिक्षित, आकाश शर्मा, अंकित तिवारी, गौ रक्षा विभाग के जिलाध्यक्ष रोहित डिमरी के साथ ही साधु-संत समाज का विशेष सहयोग रहा।

इस अवसर पर बुद्ध गिरी, कृष्णानंद सरस्वती गिरी, शहजानंद मणी महेश गिरी, कैप्टन राकेश शर्मा, गौ रक्षा विभाग के जिलाध्यक्ष रोहित डिमरी, सचिव देवेन्द्र बिष्ट, उपाध्यक्ष दीपक नौटियाल, भक्त रोबिन सिंह रावत, मुकेश चमोली, अवधेश नौटियाल, मणीकर, प्रभात सिंह, नरेश भट्ट, रवि सहित गुजरात, राजस्थान, आंध्र प्रदेश, हरियाणा, उत्तरप्रदेश, मध्यप्रदेश, दिल्ली से बड़ी संख्या में भक्त पहुंचे हुए थे।

(Udaipur Kiran) /रोहित/सत्यवान/रामानुज

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