Madhya Pradesh

मुरैना: आध्यात्मिक ज्ञान के रंग में रंगना ही सच्ची होली मनाना है

होली मिलन समरोह में उपस्थित पोरसा वासी

मुरैना, 21 मार्च (Udaipur Kiran) । प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय सेवा केंद्र पोरसा में गुरुवार को होली स्नेह मिलन समारोह का आयोजन किया गया। जिसमें बड़ी धूमधाम से होली महोत्सव मनाया गया और परमात्मा के संग फूलों के द्वारा होली खेली गई। सेवा केंद्र प्रभारी ब्रह्माकुमारी कृष्णा दीदी ने होली का आध्यात्मिक रहस्य बताते हुए कहा कि आध्यात्मिक ज्ञान के रंग से आत्मा रूपी चोला को रंगना ही वास्तविक होली मनाना है।

उन्होंने कहा कि माया का रंग तो हर एक मनुष्य पर चढ़ा हुआ है। अब ईश्वरीय संग के रंग में आत्मा को रंगना ही आध्यात्मिक होली है। होली का उत्सव हमें आपसी भेदभाव, मन मुटाव, अहंकार व तमाम सामाजिक बंधनों को तोड़कर अपनी अंदर की भावना उमंग उल्लास को प्रकट करने का अवसर देता है। होली भी भगवान द्वारा आत्माओं को अपने संग के रंग में और ज्ञान के रंग में रंगने के कर्तव्य का एक माध्यम है। ज्ञान को सच्ची पूंजी, अविनाशी खजाना, परम औषधि, अमृत, अंजन, प्रकाश भी कहा गया है। प्रभु के संग से आत्मा में जो अलौकिक निखार आता है, उसे ज्ञान का रंग चढऩा कहा जाता है।

ब्रह्माकुमारी निकेता दीदी ने सभी को बताया कि परमपिता परमात्मा शिव ने हमें होली शब्द के तीन अर्थ बताये हैं। होली अर्थात बीती सो बीती, जो हो गया उसकी चिन्ता न करो तथा आगे के लिए जो भी कर्म करो योगयुक्त होकर करो, होली अर्थात हो गई। मेरी आत्मा अब ईश्वर अर्पण हो गई, अब जो भी कर्म करना है वह ईश्वर के लिए ही करना है, होली अर्थात पवित्र।

कार्यक्रम में नन्हे मुन्ने बच्चों ने नृत्य प्रस्तुत किया और सुंदर झांकी भी लगाई गई। कार्यक्रम में सभी को परमात्मा की याद में चंदन लगाया गया और प्रसाद वितरण किया गया। अंत में दीदी ने सभी से अपील करते हुए यह संदेश दिया कि होली पर युवा पीढ़ी नशे का अत्यधिक उपयोग करती है तो सभी से अनुरोध है की हमें हमेशा नशे से दूर रहना चाहिए। नशे से मानव जीवन बेकार होता है और परिवार का विनाश होता है। नशा करना ही है तो सच्चे ज्ञान का नाश करें। जिससे मानव जीवन का उद्धार होता है।

(Udaipur Kiran)

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