Uttar Pradesh

होली में रंगा हुआ लाल मिर्च पाउडर, बीमारी को दे रहा आमंत्रण

 रंगा हुआ लाल मिर्च पाउडर
 रंगा हुआ मिर्च पाउडर

लखनऊ, 21 मार्च (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन की लखनऊ मंडल की इकाई को होली में रंगा हुआ लाल मिर्च पाउडर बेचे जाने की जानकारी मिली है। रंगा हुआ लाल मिर्च पाउडर में भरपूर एसिड होने से मिर्च बीमारी को आमंत्रण दे रहा है। इस लाल मिर्च पाउडर को मसालों के बीच में रखकर खुले में बेचा जा रहा है।

राजस्थान से उत्तर प्रदेश में आने वाले उम्दा किस्म के मसालों को लखनऊ में खासा पसंद किया जाता है। लखनऊ और आसपास के जिलों में मसाला व्यापारियों के लिए स्टॉकिस्ट का काम करने वाले लोग भी खरा मुनाफा कमाते है। मसालों में लाल मिर्च पाउडर की मांग लखनऊ में बनी रहती है। ऐसे में लाल मिर्च को स्टॉक में रहने के दौरान कई बार मिर्च पाउडर खराब हो जाती है। फिर इसी खराब मिर्च पाउडर को लाल रंग में रंगकर नये रंगरोगन के साथ बाजार में उतार दिया जा रहा है।

खाद्य सुरक्षा व औषधि प्रशासन के लैब में कार्यरत वैज्ञानिक डा.ए.अग्रवाल ने बताया कि बिल्कुल हर त्यौहार पर खाद्य सामग्री में मिलावट की जानकारी मिलती है। जांच में मिलावटी सामानों की पहचान कर उससे जुड़ें प्रतिष्ठान पर कार्रवाई भी की जाती है।

उन्होंने लाल मिर्च पाउडर को रंगने पर बताया कि बाजार में लाल मिर्च पाउडर को रंग कर बेचा जा रहा है। इसकी पुष्ट जानकारी हाथ लगी है। विभागीय अधिकारियों की टीमें होली पर सीधे तौर पर खाद्य सामग्री बेचने वाले दुकानों पर अपनी निगरानी रखती हैं। इसके अलावा जहां भी शिकायतें मिलती है, वहां कार्रवाई की जाती है। जांच में निष्पक्षता रहे, इसके लिए मेरठ जोन की जांच लखनऊ में होती है तो लखनऊ की कहीं और जांच होती है

लखनऊ के मसाला दुकानदार आनन्द ने कहा कि मसाला पाउडर की गुणवत्ता कुछ समय के बाद नहीं रह जाती है। जिसके कारण उन्हें फेकना पड़ता है। उनके पास खुला मसाला पाउडर उपलब्ध है, जो अपनी गुणवत्ता के कारण पहचाना जाता है। कुछ दुकानदारों द्वारा जानकारी के अभाव में सस्ता मसाला मिल जाने पर उसे भी बेच दिया जाता है। जिसमें मिलावट हो सकती है।

उन्होंने कहा कि वैसे उनके पास बड़ी कम्पनियों के ब्रांडेड मसाले भी उपलब्ध है, जिसे लखनऊ में खुब पसंद किया जाता है। छोटे पाउच में बिकने वाले और बड़े डिब्बो में आने वाले मसालों के स्वाद में कोई अंतर नहीं होता है। कम्पनियों के अलग अलग मसालों के स्वाद में भले ही अंतर होता है।

लखनऊ की सुबह खस्ता और छोला के नास्ते से होती है। जिसमें लाल मिर्च पाउडर का भरपूर उपयोग होता है। लाल मिर्च पाउडर का उपयोग बड़ा बनाने, भूना हुआ आलू बनाने, लिट्टी के साथ चोखा बनाने, गोलगप्पे के पानी बनाने, दही बड़ा में स्वाद बढ़ाने के लिए किया जाता है। दुकानों से आने वाले खुले मसाले का उपयोग भी बहुत सारे खाद्य सामग्री के दुकानदार करते हैं। (Udaipur Kiran) / शरद/बृजनंदन

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