छतरपुर, 7 मार्च (Udaipur Kiran) । महिलाओं की हिस्सेदारी को बढ़ावा देने और उन्हें उनके अधिकारों के बारे में जागरूक करने के लिए 8 मार्च को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस मनाया जाता है। महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार करने के लिए कलेक्टर संदीप जी.आर. द्वारा महिला सशक्तिकरण की दिशा में कई प्रयास किए जा रहे हैं। इसी क्रम में जिला मुख्यालय छतरपुर से लगभग 10 कि.मी. की दूरी पर स्थित ग्राम खोंप में कलेक्टर के प्रयास से 6 एकड़ की भूमि पर मियावाकी पद्धति से फ्रूट फॉरेस्ट लगाया गया है। जिसका संचालन और देखरेख ग्राम के ही 12 सदस्यीय महिला स्वसहायता समूह हरि बगिया द्वारा की जा रही है।
फ्रूट फॉरेस्ट में अमरूद, जामुन, नींबू, कटहल, मुनगा इत्यादि पौधों को रोपा गया है। जिसमें अब फल भी आना शुरू हो गए हैं। समूह की अध्यक्ष कौशल्या रजक ने बताया कि फ्रूट फॉरेस्ट के पौधों की अच्छी ग्रोथ के लिए देशी खाद जीवामृत का प्रयोग किया जाता है। जिसे समूह की ही महिलाओं द्वारा तैयार किया जाता है। इसके अलावा पांच पत्ती खाद एवं बर्मीकम्पोस्ट भी बनाया जाता है। पौधों की सिंचाई अटल भू-जल योजना अंतर्गत ड्रिप इरीगेशन सिस्टम से की जाती है। ग्राम की महिलाओं के लिए आर्थिक रूप से सशक्त बनने के दिशा में फ्रूट फॉरेस्ट सार्थक सिद्ध हो रहा है। जिले में फ्रूट फॉरेस्ट की संख्या निरंतर बढ़ रही है। जो हमारे पर्यावरण की अनुकूलता का भी पर्याय बन रहा है और हमें प्रकृति को करीब से जानने का मौका दे रहा है।
(Udaipur Kiran) /सौरभ भटनागर