Bihar

सैकड़ो एकड़ मक्के के बीमार फसल को देखने पहुंचे बीएओ,किसानों ने बताया दुखड़ा

किसने की फसल को देखते कृषि पदाधिकारी

पूर्णिया, 17 मार्च (Udaipur Kiran) । पूर्णिया के रुपौली प्रखंड में किसानों के सैकड़ो एकड़ में लगे मक्के की खेत में एक गजब तरह की बीमारी आ गई है जिसके कारण मकई के पौधे सूखते जा रहे हैं । किसान परेशान है। किसानों के चेहरे मुरझा गए हैं और वह परेशान है कि हम लोग अगर अपने फसल को नहीं बचा पाए तो बहुत बड़े कर्ज में डूब जाएंगे। पूर्णिया के रुपौली प्रखंड के पुरानी नंदगोला, सहित श्रीमत्ता, अंझरी, कोशकीपुर, सिमडा सहित अनेक गांवों में सैकडो एकड में लगी मक्के की फसल में यह बीमारी आई है।

आज किसानों की मक्के की प्रभावित फसल को देखने पुरानी नंदगोला गांव स्थित दियारा क्षेत्र में बीएओ राघव प्रसाद पहूंचे तथा किसानों की फसल को देखा तथा माना कि व्यापक रूप से मक्के की फसल मृदा जनित रोग फंगस से प्रभावित हुई है । प्रखंड कृषि पदाधिकारी राघव प्रसाद अपने सहयोगी सह कृषि समन्यवक अभिषेक कुमार के साथ पुरानी नंदगोला दियारा क्षेत्र में किसानों के साथ पहुंचे तथा किसानों की फसल को देखा ।

उन्होंने किसानों से मक्का फसल से संबंधित सारी जानकारियां ली गईं । किसानों ने बताया कि वे लगातार मक्के की फसल लगाते रहे हैं । किसानों की बातों को सुनकर बीएओ ने बताया कि यह मृदा जनित रोग है, जिसे फिजोरियम बिल्ट भी कहा जाता है । बार-बार खेतों में एक ही फसल लगाने से इस तरह की बिमारियां हो रही हैं । जिस प्रकार इस क्षेत्र में लगातार केला की फसल लगाने से उसमें मृदा जनित रोग हो गया तथा वह फसल पूरी तरह से प्रभावित हो गई, ठीक उसी तरह से मक्का की फसल भी प्रभावित होने लगी है । इसके लिए किसानों को अब फसल चक्र अपनाना होगा, अन्यथा काफी परेशानी का सामना करना होगा ।

उन्होंने किसानों को जागरूक करते हुए कहा कि वे अब अलग-अलग तरह के फसल लगाएं, इससे इस रोग से मुक्ति मिल सकती है । इसके बचाव के लिए दो किलो प्रति एकड ट्राईकोडर्मा को वर्मी कंपोष्ट में मिलाकर खेत में जुताई के समय छिडकाव करें । इसके बाद बुआई के तीस दिन बाद डाईफेना कोनोजेल एक मिलीलीटर प्रति लीटर पानी में घोलकर फसल पर छिडकाव करें । इसके ठीक 45 दिनों बाद फिर से इसी दवा का छिडकाव करें, तभी इस रोग पर नियंत्रण किया जा सकता है । वे इस रिपोर्ट को उपर लिखित रूप से भेज रहे हैं । संभावना है कि इसके लिए कृषि वैज्ञानित का दल प्रभवित क्षेत्र का दौरा करेंगे तथा अन्य कोई सुझाव देंगे । इधर किसानों ने प्रभावित फसल के लिए सरकार से मुआवजा देने की मांग की है ।

(Udaipur Kiran) /नंदकिशोर/चंदा

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