जोरहाट (असम), 22 मार्च (Udaipur Kiran) । जिले के तीताबर में आशा कर्मियों ने एक वर्ष से उनके मानदेय का भुगतान सरकार द्वारा नहीं किए जाने को लेकर आज विरोध प्रदर्शन किया। आशा कर्मियों ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार एक ओर लाभार्थियों को मुफ्त रुपए बांट रही है, दूसरी ओर हम आशा कर्मियों का मासिक मानदेय नहीं दे रही है। वित्तीय संकट का कारण दिखाकर राज्य की 33,854 आशा कर्मियों का बकाया मानदेय नहीं दिया गया है।
आशा कर्मियों ने आरोप लगाया कि राजनीतिक लाभ के लिए एक तरफ सरकार लखपति बाइदेओ की बात कह रही है, दूसरी ओर उनका इतना कम मानदेय होने के बावजूद एक वर्ष से भुगतान नहीं किया गया है।
सरकार नियमित रूप से एक हजार रुपये प्रति माह प्रदान करने में असमर्थ है। उन्होंने सरकार से मानवीय आधार पर आशा कर्मियों की समस्याओं पर ध्यान देने का आग्रह किया।
(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश