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हरिद्वार, 04 अगस्त (Udaipur Kiran) । श्री पंच दशनाम जूना अखाड़े के महामण्डलेश्वर व हिंदू रक्षा सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी प्रबोधानंद महाराज ने निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामण्डलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरि महाराज पर बड़ा हमला बोला है। उन्होंने कैलाशानंद गिरि को कलयुग का कालनेमि तक करार दे दिया।
रिक्शा यूनियन बस अड्डा हरिद्वार के कार्यालय में पत्रकारों से वार्ता करते हुए स्वामी प्रबोधानंद गिरि ने कहा कि मीडिया के माध्यम से ज्ञात हुआ है कि स्वामी कैलाशानंद गिरि के एडवोकेट अरुण भदौरिया ने उन्हें कोई कानूनी नोटिस भेजा है। उन्होंने कहा कि नोटिस में भदौरिया ने स्वामी कैलशानंद गिरि को अपना गुरु बताया है। आश्चर्य होता है कि उनके जैसे पढ़े-लिखे समझदार अधिवक्ता भी ऐसे तथाकथित गुरुओं में कैसे फंस गए। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि कैलाशानंद गिरि ने अब तक अपने अनेकों नाम व वेश बदले हैं। कभी वह कैलाश, कभी कैलाश यादव, कभी कैलाशदास, कभी कैलाशानंद ब्रह्मचारी और अभी वर्तमान में स्वामी कैलाशानंद गिरि के नाम से जाने जाते हैं। वह देश के बड़े-बड़े लोगों की आंखों में धूल झोंकते हैं। बार-बार नाम व वेश बदलकर समाज को धोखा देने का कार्य करते रहते हैं जिसके कारण समाज भ्रमजाल में फंस जाता है जो समाज के साथ धोखाधड़ी है। ऐसे लोगों के कारण सनातन संस्कृति बदनाम होती है।
स्वामी प्रबोधानंद गिरि महाराज ने कहा कि जिसे मैं आचार्य महामंडलेश्वर मानता रहा वह एक ढोंगी, पाखंडी, प्रपंची, धोखा देने वाला व्यक्ति निकला जिसके कारण निरंतर सनातन धर्म की प्रतिष्ठा धूमिल हो रही है। उन्होंने कहा कि आपके नोटिस के द्वारा ही अनेकों प्रश्न स्वयं खड़े हो गए हैं जिनका उत्तर समय-समय पर देता रहूंगा।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला / Satyawan / वीरेन्द्र सिंह
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