Assam

जोनबिल मेला शुरू, मुख्यमंत्री ने लिया हिस्सा

जोनबिल मेला में उपस्थित मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा की तस्वीर।
जोनबिल मेला में उपस्थित मुख्यमंत्री डॉ हिमंत बिस्व सरमा की तस्वीर।

मोरीगांव (असम), 16 जनवरी (Udaipur Kiran) । आज से जगीरोड में ऐतिहासिक विनिमय (सामान के बदले सामान की खरीददारी) प्रथा पर आधारित जोनबिल मेला की शुरुआत हुई। ऐतिहासिक गोभा देवराजा के जोनबिल मेला के पहले दिन देवशाल चारिवाई शिवथान में मांगलिक पूजा अर्चना से मेला की शुरुआत हुई। इस मेले में पैसे से सामानों की खरीददारी नहीं होती है।

परंपरागत नियमों के अनुसार देवशाल शिवथान में अंडा काटकर मांगलिक पूजा अर्चना की गई। इसके बाद मेला स्थल पर ध्वजारोहण और विभिन्न प्रदर्शनियों के द्वार खोले गए। ध्वजारोहण गोभा देवराजा द्वीप सिंह देवराजा ने किया।

आज पहले दिन कार्बी आंगलोंग और मेघालय के पहाड़ों से मामा-मामी (पुरुष एवं महिला) मेला स्थल पर पहुंचे। शुक्रवार की सुबह वे अपने कृषि उत्पादों का स्थानीय उत्पादों के साथ विनिमय करेंगे। चिरवा, पीठा, संदाह, कच्ची मछली, सूखी मछली आदि के साथ आदान-प्रदान किया जाएगा।

मुख्यमंत्री डॉ. हिमंत बिस्व सरमा मेला स्थल पर आज पहुंचे। मुख्यमंत्री ने मध्य असम के 22 तिवा राजाओं को राजसहायता सौंपी। इस अवसर पर उन्होंने मेला के प्रसार के लिए सरकार द्वारा विशेष कदम उठाने की घोषणा की। इसके साथ ही पांच करोड़ रुपये की लागत से जोनबिल के किनारे एक अत्याधुनिक प्रेक्षागृह का निर्माण कराने की उन्होंने घोषणा की।

मुख्यमंत्री के साथ मेले में कैबिनेट मंत्री पीयूष हजारिका, अशोक सिंघल, जयंत मल्लबरुवा और मोरीगांव के विधायक रमाकांत देउरी एवं कई गणमान्य व्यक्ति व वरिष्ठ पदाधिकारी भी उपस्थित थे।

(Udaipur Kiran) / श्रीप्रकाश

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