
जोधपुर, 20 जून (Udaipur Kiran) शहर के पाली रोड पर स्थित निजी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नि:शुल्क जांच और ऑपरेशन कराने आए एक युवक की ऑपरेशन थियेटर में तबीयत बिगड़ गई। युवक को बाद में एम्स अस्पताल रैफर कर दिया गया। मगर यहां पर उसकी मौत हो गई। परिजन ने निजी अस्पताल के डॉक्टर्स द्वारा लापरवाही किए जाने का आरोप लगाते हुए वहां परिजन एकत्र हो गए। धरना प्रदर्शन कर कार्रवाई की मांग की। सूचना पर विवेक विहार पुलिस और उच्चाधिकारी मौके पर पहुंचे।
जानकारी अनुसार संजय कॉलोनी प्रतापनगर क्षेत्र में रहने वाले टैक्सी चालक और होमगार्डस प्रेम कुमार पुत्र मांगीलाल भील ने शारीरिक तकलीफ के कारण पाली रोड स्थित निजी अस्पताल में 17 जून को चैकअप कराया था और उसको 18 जून को भूखे पेट बुलाकर ऑपरेशन थियेटर में लेकर गए थे। जहां ऑपरेशन करने के समय लगाए बेहोशी के इंजेक्शन के बाद वो होश में नहीं आया और 18 को तो डाक्टरों ने उसे अपने अस्पताल के आईसीयू में ही रखा और 19 जून की दोपहर बाद सघन उपचार के नाम पर परिजनों को गुमराह कर एम्बुलेंस में डालकर एम्स भेज दिया गया।
परिजन ने बताया कि जब वो उसे एम्स लेकर गये और एम्बुलेंस से लाइफ सपोर्ट हटाकर एम्स में शिफ्ट किया तो उसको डाक्टरों ने मृत बता दिया। परिजनों ने पहले एम्स में विरोध किया और बाद में विवेक विहार पुलिस को सूचना दी गई।
परिजन द्वारा कल भी प्रदर्शन किया गया था। जबकि मृतक का शव एम्स की मोर्चरी ्में रखा है। मृतक के तीन छोटी बच्चियां और एक पुत्र है। मृतक के भाई बालकिशन ने इस संबंध में विवेक विहार थाने में रिपोर्ट दी है। परिजन का कहना है कि इलाज में कोताही बरतने वाले डॉक्टर के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए और मुआवजा दिलाया जाए। फिलहाल परिजन का निजी अस्पताल के बाहर धरना प्रदर्शन जारी है।
(Udaipur Kiran) / सतीश
