कैथल, 19 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । कैथल के गांव मटौर के युवक के साथ ऑस्ट्रेलिया का वीजा लगवाने के नाम पर हुई ठगी की जांच करने में हांसी के इकोनामिक सेल ने डेढ़ साल लगा दिया।
पुलिस ने इस मामले में ट्रेवल एजेंट के खिलाफ शनिवार को मामला दर्ज किया है। जबकि परेशान युवक एक साल पहले 16 सितंबर को जहरीला पदार्थ खाकर आत्महत्या कर चुका है। उसके साथ नारनौंद के ट्रैवल एजेंट ने वीजा के नाम पर 21 लख रुपए की ठगी की थी। नारनौंद थाना पुलिस को दिए बयान में मृतक के भाई राजीव ने बताया कि वह कैथल जिले के मटौर गांव का रहने वाला है और फिलहाल भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस बल में 50 वाहिनी में सिपाही के पद पर पंचकुला में तैनात है। शिकायतकर्ता ने बताया कि मेरा छोटा भाई अमन कुरुक्षेत्र के एक प्राइवेट सेंटर में पीटीई कर रहा था। उस दौरान मेरे भाई अमन की मुलाकात भैणी अमीरपुर निवासी साहिल उसी सेंटर में पीटीई कर रहा था।विदेश भेजने के नाम पर ठगी आरोपी साहिल ने मेरे भाई को बताया कि मेरी बुआ पानीपत जिले के मतलौडा निवासी निर्मला देवी का बेटा अमीन दुबई में रहता है और विदेश भेजने का काम करता है। इसके बाद साहिल ने मेरे भाई को फोन पर कई वीजे की कॉपी दिखाई। मेरा भाई अमन पानीपत जिले के मतलौडा निवासी दिलबाग व उसकी पत्नी निर्मला देवी, भैणी अमीरपुर निवासी साहिल व उसका पिता सुरेश की बातों में आ गया। जिनकी साहिल से 21 लाख रुपए मे ऑस्ट्रेलिया का वीजा लगवाने के लिए बात हुई और साहिल ने कहा कि आपको 3 लाख रुपए पहले देने होंगे बाकी के 18 लाख रुपए वीजा आने के बाद हमें देने होंगे। 24 मई 2023 को मेरा भाई अमन व उसका दोस्त वीजेंद्र कुमार 3 लाख रुपए लेकर गांव भैणी अमीरपुर में साहिल व उसके पिता सुरेश के पास गए। जहां पर उन्होंने अमन से उसके कागजात पासपोर्ट व 3 लाख रुपए नकद दोनों को दिए। जिसके बाद अमन को वीजा लगने के लिए बार-बार पूछताछ करता था, तो उन्होंने कहा कि वीजा लगाने में कुछ दिक्कत है इसलिए आपको कुछ और पैसे जमा करवाने होंगे। पीड़ित ने कई किश्तों में आरोपियों को 10 लाख से अधिक रुपए दे दिया। उसके बाद आरोपी कहने लगे कि 21 लाख रुपए देने के बाद ही उसके भाई का वीजा लग सकता है। जिसके बाद युवक ने बारी-बारी से करके उसे पूरे 21 लाख रुपए ट्रांसफर कर दिए। उन्होंने कहा कि 15 अगस्त 2023 के बाद अमन का ऑस्ट्रेलिया का वीजा आ जाएगा। लेकिन उसके बाद भी वीजा नहीं आया। जिसके बाद अमन मानसिक तौर पर परेशान व गुमसुम रहने लगा। उसके बाद 16 सितंबर 2023 को वीजा नहीं लगने की मानसिक परेशानी के कारण पीड़ित युवक अमन ने जहरीला पदार्थ पी लिया और 17 सितंबर 2023 को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई थी। उसके बाद 20 दिसंबर 2023 को आरोपियों ने उनके पैसे वापस करने का 2 महीने का समय मांगा लेकिन आज तक भी उनके पैसे वापस नहीं दिए। नारनौंद थाना पुलिस ने मटौर निवासी राजीव की शिकायत पर साहिल, सुरेश, दिलबाग व निर्मला देवी के खिलाफ धोखाधड़ी सहित विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
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(Udaipur Kiran) / नरेश कुमार भारद्वाज