कठुआ, 25 जुलाई (Udaipur Kiran) । कठुआ शहर से सटे चकराम सिंह क्षेत्र में एक बैक टू लाइफ नामक अपंजीकृत नशा छुड़ाओ केंद्र चलाया जा रहा था, जिसमें इलाज के लिए आया सोनू कुमार निवासी अमृतसर नामक युवक की नशा छुड़ाओ केंद्र के कर्मचारियों ने बेरहमी से पिटाई की। जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई।
मृतक सोनू कुमार की बहन के अनुसार सोनू कुमार को नशा छुड़ाने के लिए 24 जून 2024 को अमृतसर से कठुआ नशा छुड़ाओ केंद्र में इलाज के लिए भेजा था जिसके लिए तय शुल्क भी दिया था। उन्होंने बताया कि खाने को लेकर सोनू कुमार की नशा छुड़ाओ केंद्र के कर्मचारियों के साथ बहस बाजी हुई और कर्मचारियों ने सोनू कुमार को बेरहमी से पीटा जिसके बाद उसकी मृत्यु हो गई। वही नशा छुड़ाओ केंद्र के कर्मचारियों ने एक एंबुलेंस के जरिए सोनू कुमार के शव को उनके घर अमृतसर भेज दिया जहां पर सोनू कुमार के परिजनों ने शव को लेने से इनकार कर दिया और उसे फिर से वापस कठुआ भेज दिया और मृतक के परिजन भी कठुआ पहुंचे। मृतक के परिजनों ने नशा छुड़ाओ केंद्र के प्रबंधन पर सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग की। वही कठुआ पुलिस भी मौके पर पहुंची लेकिन नशा छुड़ाओ केंद्र से सभी लोग फरार थे। कठुआ पुलिस ने संबंधी धाराओं के तहत मामला दर्ज कर लिया है और मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिए जीएमसी कठुआ स्थानांतरित किया, जहां पर पोस्टमार्टम के बाद उसके शव को उनके परिजनों को सोंपा गया।
सवालिया निशान उन संबंधित विभागों पर भी है जिनके अधीन इस तरह के नशा छुड़ाओ केंद्र चलाए जाते हैं। समय रहते क्यूं संबंधित विभाग ने कार्रवाई नहीं की। इससे पहले भी कठुआ के चक गोटा में एक नशा छुड़ाओ केंद्र चलाए जा रहा था वहां पर भी एक युवक की मृत्यु हो गई थी। वही कठुआ पुलिस अब इन केंद्रों पर शिकंजा कस रही है। वहीं कठुआ पुलिस ने स्थानीय लोगों से भी अपील की है कि अगर उनके आसपास कोई इस तरह का नशा छोड़ो केंद्र खुलता है तो अपने नजदीक पुलिस थाना में इसकी जानकारी जरूर दें। क्योंकि कुछ अपंजीकृत नशा छुड़ाओ केंद्र की आड में नशे का व्यापार भी करते हैं। जो युवक पहले से ही नशे में ग्रस्त है और परिजन उसको सुधार के लिए नशा छुड़ाओ केंद्रों में भेजते हैं और कुछ इस तरह के अपंजीकृत नशा छुड़ाओ केंद्रों में भी नशे की डोज देकर उनके नशे को छुड़ाने का प्रयास किया जाता है।
(Udaipur Kiran)
(Udaipur Kiran) / सचिन खजूरिया / बलवान सिंह