जम्मू, 6 मई (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद गृह मंत्रालय द्वारा 7 मई 2025 को देशभर में आयोजित की जा रही ‘सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल’ की समयोचित और दूरदर्शी पहल का हार्दिक स्वागत करती है। हाल ही में पहलगाम में हुए आतंकी हमले और सीमा पार से बढ़ते सुरक्षा खतरे जिनमें साइबर हमले और शत्रुतापूर्ण गतिविधियाँ भी शामिल हैं, के मद्देनज़र यह राष्ट्रव्यापी मॉक ड्रिल नागरिक और संस्थागत तंत्र की तैयारियों को सुदृढ़ करने की दिशा में एक आवश्यक कदम है। इस अभ्यास में एयर रेड वॉर्निंग सायरन का परीक्षण, क्रैश ब्लैकआउट अभ्यास, नागरिकों की सुरक्षित निकासी का पूर्वाभ्यास, और विद्यार्थियों व आम नागरिकों को आपदा की स्थिति में सुरक्षा के उपाय सिखाने का प्रशिक्षण सम्मिलित है। साथ ही, रेडार स्टेशन, पावर प्लांट्स जैसी महत्त्वपूर्ण संस्थाओं को छिपाने हेतु रणनीतिक कैमोफ्लाज तकनीकों का अभ्यास भी किया जाएगा
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद मानती है कि राष्ट्रीय सुरक्षा केवल हमारी सेना की जिम्मेदारी नहीं, बल्कि हर नागरिक विशेषकर युवा वर्ग का साझा उत्तरदायित्व है। हमारे विद्यालय, महाविद्यालय और विश्वविद्यालय ऐसे केंद्र बनने चाहिए जो जागरूकता, सतर्कता और तैयारियों का प्रतीक हों। अभाविप देशभर के विद्यार्थियों, युवाओं और शैक्षणिक संस्थानों से आव्हान करती है कि वे इस ‘मॉक ड्रिल’ में पूरी सक्रियता से भाग लें, प्रशिक्षण को गंभीरता से लें, और एक सजग, अनुशासित एवं सुरक्षित भारत के निर्माण में अपनी भूमिका निभाएँ। अभाविप के प्रदेश मंत्री सनक श्रीवत्स ने कहा, “अभाविप ‘सिविल डिफेंस मॉक ड्रिल’ का स्वागत करती है, यह न केवल राष्ट्र की सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण प्रयास है, बल्कि यह भारत के युवाओं को जिम्मेदार, जागरूक और राष्ट्रसमर्पित नागरिक के रूप में तैयार करने का सुनहरा अवसर भी है। हम सभी विद्यार्थियों, शिक्षकों, प्रशासनिक अधिकारियों और आम नागरिकों से आह्वान करते हैं कि वे इस अभियान में पूरी निष्ठा और उत्साह के साथ भाग लें और ‘सुरक्षित, सशक्त एवं आत्मनिर्भर भारत’ के निर्माण में अपनी भूमिका सुनिश्चित करें।हम गृह मंत्रालय से यह भी आग्रह करते हैं कि ऐसे मॉक ड्रिल्स का आयोजन नियमित रूप से किया जाए, ताकि प्रशिक्षण प्रक्रिया को गतिशील और प्रभावी बनाया जा सके।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
