कोलकाता, 14 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मुर्शिदाबाद जिले के लालगोला ब्लॉक के युवा तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष फारूक अब्दुल्ला को वकील नूर मोहम्मद सलीम की हत्या का प्रयास करने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है। शुक्रवार को फारूक ने लालबाग महकमा अदालत में आत्मसमर्पण किया। अदालत ने उनकी जमानत याचिका खारिज कर उन्हें तीन दिनों की पुलिस हिरासत में भेजने का आदेश दिया।
पुलिस ने शनिवार को बताया कि 29 नवंबर को वकील नूर मोहम्मद सलीम, जो बहादुरपुर पंचायत के दमदमपुर गांव के निवासी हैं, अदालत का काम पूरा करने के बाद कृष्णपुर ग्रामीण अस्पताल के गेट के सामने चाय पी रहे थे। इसी दौरान फारूक अब्दुल्ला अपने साथियों के साथ वहां पहुंचे और वकील पर हमला कर दिया। आरोप है कि फारूक ने अपने सहयोगियों के साथ नूर मोहम्मद को पीटा और उनका गला घोंटकर हत्या की कोशिश की।
नूर मोहम्मद ने इस घटना को लेकर फारूक और उनके दो सहयोगियों—जहिरुल इस्लाम और ताजिरुल—के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी। पुलिस ने सबसे पहले ताजिरुल को गिरफ्तार किया, जबकि फारूक और जहिरुल फरार थे। शुक्रवार को फारूक ने अदालत में आत्मसमर्पण किया और जमानत की मांग की, लेकिन अदालत ने इसे खारिज कर दिया।
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पीड़ित और तृणमूल नेताओं की प्रतिक्रिया
इस घटना पर पीड़ित वकील नूर मोहम्मद ने कहा, मैंने दोषियों को कड़ी सजा दिलाने की मांग की है।
तृणमूल के लालगोला ब्लॉक अध्यक्ष मोताहर हुसैन रिपन ने कहा, मुझे फारूक की गिरफ्तारी के बारे में जानकारी मिली है, लेकिन मामले की पूरी जानकारी के लिए जांच कर रहा हूं।
इसके अलावा, फारूक के करीबी माने जाने वाले असिफ खान को भी वकील को धमकी देकर मामला वापस लेने का दबाव बनाने के आरोप में गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।
अदालत ने पुलिस को मामले की त्वरित जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है। इस घटना से क्षेत्र में तनाव का माहौल है और स्थानीय लोग न्याय की मांग कर रहे हैं।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर