Jammu & Kashmir

इस अमृत काल में स्नातक होने वाले युवा पुरुष और महिलाएं हमारे राष्ट्र की नियति को आकार देंगे-उपराज्यपाल

इस अमृत काल में स्नातक होने वाले युवा पुरुष और महिलाएं हमारे राष्ट्र की नियति को आकार देंगे-उपराज्यपाल

कटरा, 15 फरवरी (Udaipur Kiran) । उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने आज श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (एसएमवीडीयू) के दीक्षांत समारोह को संबोधित किया। उपराज्यपाल ने विश्वविद्यालय के 10वें दीक्षांत समारोह में एसएमवीडीयू के स्नातक छात्रों को आशीर्वाद देने के लिए भारत के उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ का आभार व्यक्त किया।

उापराज्यपाल मनोज सिंहा ने कहा कि आज का क्षण छात्रों की यादों में जीवन भर अंकित रहेगा। उपराज्यपाल ने सभा को संबोधित करते हुए युवाओं से देश के विकास को आगे बढ़ाने और इसे दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने का आह्वान किया। उपराज्यपाल ने कहा कि हमारे राष्ट्र की ताकत मूल्यों, नवाचार और ज्ञान से निर्धारित होगी और मेरा दृढ़ विश्वास है कि इस अमृत काल में स्नातक होने वाले युवा पुरुष और महिलाएं हमारे राष्ट्र की नियति को आकार देंगे। आज वास्तविक दुनिया में कदम रखने वालों के पास राष्ट्र निर्माण का एक अनूठा अवसर है। उन्होंने कहा कि मानविकी, कला, विज्ञान और प्रौद्योगिकी में प्रगति ने अवसरों के नए क्षेत्र खोले हैं और स्नातक छात्रों का ज्ञान और सीख उन्हें सफलता प्राप्त करने में मदद करेगी।

उपराज्यपाल ने कहा कि आज हमारे युवा विशेष ज्ञान और कौशल से लैस हैं जिनका ग्रामीण क्षेत्रों में बदलाव के लिए उचित उपयोग किया जा सकता है। इस मिशन के लिए समर्पण और दृढ़ संकल्प की आवश्यकता है। सबसे बढ़कर हमारे युवाओं को प्राचीन संस्कृति में निहित होना चाहिए और उन्हें अपनी क्षमताओं और हमारी संस्कृति के ज्ञान पर विश्वास होना चाहिए। उपराज्यपाल ने जोर दिया कि कौशल और ज्ञान लोगों के जीवन को बेहतर बनाने में योगदान देना चाहिए। विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भविष्य के अवसरों को जब्त करने के लिए हमें अपने शिक्षण-मार्गदर्शन प्रणाली पर नए सिरे से विचार करने की आवश्यकता है क्योंकि इसका विकसित भारत की यात्रा पर सीधा असर पड़ेगा।

उपराज्यपाल ने शिक्षण समुदाय से हमारे छात्रों की क्षमताओं का दोहन करने और समृद्ध भारत के निर्माण के लिए शैक्षणिक संस्थानों को सबसे शक्तिशाली साधन में बदलने पर ध्यान केंद्रित करने को कहा। हमारे शिक्षकों और शैक्षणिक संस्थानों की जिम्मेदारी है कि वे अभिनव शैक्षिक कार्यक्रम शुरू करें और जिज्ञासा का पोषण करें, आलोचनात्मक सोच, रचनात्मकता, नवाचार को बढ़ावा दें। उन्होंने कहा कि शिक्षकों को छात्रों को आजीवन सीखने के कौशल के लिए प्रेरित करने के लिए अपने जीवन के अनुभव साझा करने चाहिए जो भविष्य को आकार देंगे। उपराज्यपाल ने सभी स्नातक छात्रों को एक उत्पादक और उज्ज्वल भविष्य के लिए अपनी शुभकामनाएं दीं। उन्होंने पदक तालिका में लड़कों से आगे निकलने के लिए छात्राओं को भी बधाई दी, और सर्टिफिकेट ऑफ डिस्टिंक्शन और इंफोसिस फाउंडेशन पुरस्कार में भी आगे रहे।

श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय ने लेखक और इतिहासकार पद्मश्री पंडित शिव दत्त निर्माेही और पूर्व सीईओ राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण डॉ राम सेवक शर्मा को मानद उपाधि प्रदान की। उपराष्ट्रपति की पत्नी डॉ सुदेश धनखड़; मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला; उच्च शिक्षा मंत्री सकीना इटू; सांसद जुगल किशोर शर्मा; एसएमवीडीयू के कुलपति प्रो. प्रगति कुमार; विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपति; विभिन्न शैक्षणिक संस्थानों के विभागाध्यक्ष, नागरिक और पुलिस प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी, संकाय सदस्य, छात्र और उनके अभिभावक इस अवसर पर उपस्थित रहे।

(Udaipur Kiran) / बलवान सिंह

Most Popular

To Top