गाजियाबाद, 26 अगस्त (Udaipur Kiran) । दिल्ली-एनसीआर में साइबर ठग लोगों को ठगने के नए-नए तरीकों का इस्तेमाल कर करोड़ों की ठगी कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला गाजियाबाद में सोमवार को प्रकाश में आया है। जिसमें एक युवक ने ऑनलाइन दोस्ती के बाद नकली प्यार के जाल में फंसा कर 22 लाख 33 हजार रुपये ट्रांसफर कराकर ठग लिए और फरार हो गया। इस युवक ने खुद को एनएसए में डेटा एनासिस्ट बताकर युवती को ऑनलाइन दोस्ती कर फंसाया। युवती ने डेटिंग एप पर एक युवक से दोस्ती की। इसके बाद सेक्स चैटिंग और फिर शादी के वादों में उलझी युवती से कई बार बहाने करके रुपये ट्रांसफर कराए । शक होने पर युवती दिल्ली में बताए पते पर पहुंची तो पता फर्जी निकला। युवती ने मामले में साइबर थाने में एफआईआर दर्ज कराई है। एडीसीपी सच्चिदानंद का कहना है कि पुलिस मामले की जांच कर रही है।
सिहानी गेट थाना क्षेत्र निवासी एक युवती की डेटिंग एप पर आकाश अग्रवाल से दोस्ती हो गई थी। पीड़िता ने तहरीर में बताया है कि पांच जुलाई को युवती को एप के जरिए बातचीत शुरू हुई थी। आकाश अग्रवाल ने खुुद सरकारी कर्मचारी बताया था। उसने कहा था कि एनएसए में डेटा एनालिस्ट के पद पर है और मूलरूप से राजस्थान के कोटा का रहने वाला है। उसने यह भी बताया था कि फिलहाल वह दिल्ली के सफदरजंग एन्क्लेव इलाके में रहता है। इतना ही नहीं युवक ने उसके पिता सेना में हैं और वर्तमान में लद्दाख में पोस्टेड हैं।
तहरीर में कहा गया है कि युवक ने बातचीत के दौरान बताया कि जल्दी ही उसकी तरक्की होने वाली है। प्रमोशन की प्रक्रिया चल रही है और इसी सिलसिले में 10 जुलाई से तीन अगस्त तक उसका बैंक खाता फ्रीज रहेगा। दाेनाें में बीच-बीच बातचीत होती रही। इस बीच वह सेक्स चैट करने लगा। जिस पर युवती ने नाराजगी जाहिर की, लेकिन फिर दोनो के रिश्ते सामान्य हो गए। उसके बाद युवक ने शादी के ख्वाब दिखाने शुरू कर दिए। इसी बीच वह बैंक खाता फ्रीज होने के बहाने बीच-बीच में नगदी लेता रहता था। युवती से वह कई बार मदद के नाम पर रुपये ले चुका था।
युवती ने बताया कि युवक ने युवती से कहा कि उसकी मां की मौत हो गई है। उसे मां के अंतिम संस्कार के लिए 11 हजार रुपये की जरूरत है। इसके बाद उसने खुद बीमार पड़ने के नाम पर, पिता को हार्ट अटैक आने के नाम, पिता को एयर एंबुलेंस से दिल्ली लाने के नाम पर कई बार में 22 लाख 33 हजार रुपये ट्रांसफर करा लिए। पीड़िता मिलने की बात करती तो वह किसी बहाने से उसे टाल देता था। पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
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(Udaipur Kiran) / फरमान अली / डॉ.कुलदीप त्यागी