लखनऊ, 02 सितंबर (Udaipur Kiran) । कला निकेतन सोसायटी द्वारा आयोजित कलांश अखिल भारतीय कला प्रदर्शनी के समापन सत्र का आयोजन कला स्रोत आर्ट गैलरी अलीगंज लखनऊ में हुआ। इसमें आमंत्रित कलाकार, स्वतंत्र कलाकार एवं युवा कलाकारों का सम्मान स्मृति चिन्ह व प्रशस्ति पत्र देकर किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. मांडवी सिंह कुलपति भातखंडे संगीत विश्वविद्यालय उपस्थित रहीं।
प्रो. मांडवी सिंह ने कहा कि इस प्रकार के आयोजन कला क्षेत्र में उभरती हुई प्रतिभाओं को मंच प्रदान करने की दिशा में एक बड़ा कदम हैं। ऐसे आयोजन समय समय पर होते रहने चाहिए।
विशिष्ट अतिथि अंतर्राष्ट्रीय लोक कलाकार कुसुम वर्मा ने कलाओं में लोक के समागम पर बात रखी व कहा लोक की अपनी एक परंपरा है। कलाकारों को चाहिए की उस परंपरा की ओर भी ध्यान दें। इस अवसर पर वरिष्ठ कलाकार उमेश कुमार सक्सेना द्वारा युवाओं को कला की बारीकियों के साथ अपना अनुभव साझा किया।
कला निकेतन सोसाइटी की कोषाध्यक्ष शिवानी गुप्ता ने सभी अतिथियों को स्मृति चिन्ह देकर उनका स्वागत किया। अभिनव दीप ने पौधा भेंट कर सभी का अभिनंदन किया।
आमंत्रित कलाकारों में प्रो. सुनीता शर्मा, डॉ कुमुद सिंह अयोध्या, डॉ शुभम शिवा कानपुर, डॉ सुनील कुमार विश्वकर्मा के प्रतिनिधि अमित कुमार उपस्थित रहे, जिन्हें मुख्य अतिथि द्वारा सम्मानित किया गया।
ललित कला के कार्यक्रमों के आयोजनों को सफलतापूर्वक आयोजित करने हेतु बढ़-चढ़ कर प्रतिभागी रहने वाले राजेंद्र मिश्रा कला प्रमोटर को भी अतिथियों द्वारा सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम का सफल संचालन कौंतेय जय ने किया। कार्यक्रम में हर्षिका, विकास, शिवम, अरेंद्र, मांशी, सिद्धार्थ गुप्ता, भारती, मनोज प्रजापति समेत लगभग 100 कलाकार उपस्थित रहे।
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(Udaipur Kiran) / बृजनंदन यादव