ौनपुर, 11 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । एनएचआई घोटाले में मुख्य राजस्व अधिकारी (सीआरओ) गणेश प्रसाद सिंह को उत्तर प्रदेश शासन ने निलम्बित कर दिया। कयास लगाया जा रहा है कि शासन ने यह कार्रवाई तत्कालीन जिलाधिकारी रविद्र कुमार द्वारा भेजे गए पत्र के आधार पर हुआ है। इसके बाद प्रशासनिक अमले में हड़कम्प मच गया है।
मालूम हो कि सड़क के निर्माण में जमीनों के अधिग्रहण में विभागीय अधिकारियों कर्मचारियों की मिली भगत से करोड़ो रूपये का घोटाला हुआ है। घोटाले की जांच के उपरांत इसमें शामिल सभी लोगों के खिलाफ सीआरओ ने मुकदमा दर्ज कराया था। इस मामले की पूरी जांच मुख्य विकास अधिकारी सीलम साई तेजा द्वारा किया जा रहा था। जिनकी जांच रिपोर्ट के बाद निवर्तमान जिलाधिकारी द्वारा शासन को पत्र लिखा गया था। बदलापुर, मछलीशहर, मड़ियाहूं और सदर तहसील क्षेत्रों में अधिग्रहित जमीनों में भारी गोलमाल हुआ। कहीं ग्राम समाज की जमीन को फर्जी काश्तकारों को पैसे का भुगतान किया गया, कही जंगल खाते की जमीन के पैसे का बंदर बांट किया गया। अभी तक अधिकारिक पुष्टि के अनुसार इस घोटाले में विभागीय कर्मचारियों के अलावा बेसिक शिक्षा विभाग का टीचर राहुल सिंह भी शामिल है।
जब एनएचएआई में जमीनों का मुआवजा दिया जा रहा था। चर्चाओं का बाजार गर्म है। वही कहा जा रहा है कि जब मुआवजा दिया जा रहा था, उस समय तत्कालीन सीआरओ रजनीश राय थे। अगर सही से जांच हो तो कई अधिकारी भी दोषी पाए जाएंगे।
(Udaipur Kiran) / विश्व प्रकाश श्रीवास्तव