– बालिकाओं के सशक्तिकरण और शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए किया जा रहा प्रशिक्षित
लखनऊ, 22 जनवरी (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश की योगी सरकार बालिकाओं के सशक्तिकरण और शिक्षा में गुणात्मक सुधार के लिए लगातार प्रयास कर रही है। इसी दिशा में, प्रदेश भर के विद्यालयों में मीना मंच और पॉवर एंजिल्स कार्यक्रमों को सशक्त बनाने के लिए प्रशिक्षण और जागरूकता अभियान की शुरुआत की गई है। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाना, उनके नेतृत्व कौशल को निखारना और समाज में उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता फैलाना है।
बता दें कि, मीना मंच और पॉवर एंजिल्स कार्यक्रम विशेष रूप से उच्च प्राथमिक विद्यालयों, केजीबीवी (कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय) और कम्पोजिट विद्यालयों में संचालित किए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों के प्रभावी क्रियान्वयन के लिए ब्लॉक स्तर पर सुगमकर्ता कार्यशालाएं आयोजित की जा रही हैं। जहां शिक्षिकाओं को प्रशिक्षित कर उन्हें इन विद्यालयों में अध्ययनरत बालिकाओं को सशक्त बनाने के लिए कार्य करने में निपुण बनाया जा रहा है।
इस उद्देश्य के लिए योगी सरकार ने जारी की है धनराशि
इन कार्यक्रमों के लिए योगी सरकार ने स्पेशल प्रोजेक्ट फॉर इक्विटी के तहत ₹448.89 लाख की धनराशि पहले ही जारी कर दी है। मार्च 2025 तक सभी ब्लॉकों में दो दिवसीय कार्यशालाएं आयोजित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। इन कार्यशालाओं में प्रशिक्षित सुगमकर्ता शिक्षिकाएं अपने विद्यालयों में दो अन्य शिक्षकों को प्रशिक्षित करेंगी और मीना मंच और पॉवर एंजिल्स की गतिविधियों को सक्रिय रूप से संचालित करेंगी।
यह है उद्देश्य
इन कार्यक्रमों का मुख्य उद्देश्य बालिकाओं में आत्मविश्वास और नेतृत्व क्षमता का विकास करना है। मीना मंच और पॉवर एंजिल्स कार्यक्रम बालिकाओं को जीवन कौशल, टीमवर्क, आत्मनिर्भरता, और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने की प्रेरणा प्रदान करते हैं। ये उन्हें उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते हुए समाज में सक्रिय भूमिका निभाने के लिए तैयार करते हैं। योगी सरकार का यह प्रयास है बालिका सशक्तिकरण की दिशा मिले और बालिकाओं को शिक्षा और आत्मनिर्भरता का अवसर भी। उनका भविष्य को बेहतर बनाया जाए तथा समाज में व्यापक सकारात्मक बदलाव भी लाया जा सके।
यह कार्य करेंगी सुगमकर्ता
प्रशिक्षित सुगमकर्ता बालिकाओं को नेतृत्व क्षमता, आत्मविश्वास और टीमवर्क जैसे गुण सिखाने के साथ-साथ उनकी सामाजिक स्थिति को मजबूत करने के लिए कार्य करेंगी। कार्यशालाओं में जीवन कौशल, सेल्फ-एस्टीम और सशक्तिकरण से जुड़ी गतिविधियों पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) संदीप सिंह का कहना है कि सरकार, बालिकाओं के सशक्तिकरण और शिक्षा में सुधार के लिए निरंतर कार्य कर रही है। मीना मंच और पॉवर एंजिल्स कार्यक्रमों के तहत बालिकाओं को आत्मनिर्भर और सक्षम बनाने के प्रयास किए जा रहे हैं। ब्लॉक स्तर पर सुगमकर्ता कार्यशालाएं आयोजित हो रही हैं। सरकार ने 448.89 लाख की धनराशि जारी की है और मार्च तक इन कार्यशालाओं को पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। यह प्रयास, बालिकाओं को उनके अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक करते हुए समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का है।
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(Udaipur Kiran) / दिलीप शुक्ला