यमुनानगर, 14 दिसंबर (Udaipur Kiran) । मुख्यमंत्री उडन दस्ते व खनन विभाग की टीम के द्वारा तीन दिन पहले की गई छापेमारी के खिलाफ गांव लाकड़ भीलपुरा के स्टोन क्रेशर, स्क्रीन प्लांट संचालकों ने चंडीगढ़ से जांच के लिए आई टीम को शिकायत दी और कार्रवाई पर सवाल उठाए।
शनिवार को स्क्रीन प्लांट के संचालकों ने बताया कि तीन दिन पहले मुख्यमंत्री उडन दस्ते व खनन विभाग के अधिकारियों की टीम के द्वारा संयुक्त रूप से सढ़ौरा और लाकड़ भीलपुरा के तीन स्क्रीन प्लांट पर छापेमारी की गई थी। जिसके अंतर्गत इन प्लांटों पर दो-दो लाख रूपये जुर्माना भी लगाया गया था। संचालकों ने आरोप लगाया कि बिना रिकॉर्ड और बिना पोर्टल की जांच किए उन पर दो-दो लाख रुपये के जुर्माने लगा दिए गए है। जिस पर आज चंडीगढ़ की टीम यहां जांच को लेकर मौके पर पहुंची और जांच की।
स्टोन संचालकों का कहना था कि यहां पर अवैध रूप से चल रहे स्क्रीन प्लांट पर तो सरकार की कोई कार्रवाई नहीं होती जबकि उनके पास पूरा क्रय है और पूरा स्टॉक है और जिनके सभी कागज पूरे हैं। उनके ऊपर सरकार कार्रवाई कर दो-दो लाख रुपये का जुर्माना लगाती है। और जो अवैध रूप से प्लांट चला रहे है उनके खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं होती, यह पूरी तरह से गलत है। वही चंडीगढ़ से आए टीम के जांच अधिकारी ने बताया कि आज लाकड़ भीलपुरा में तीन स्क्रीन प्लांट की जांच की गई है। जिसके अंतर्गत उनके सभी स्टॉक और उनके परचेज के कागजों की जांच और मौके पर सामग्री की पैमाईश की गई है।
मुख्यमंत्री उडन दस्ता के द्वारा जो कार्रवाई की है उसको लेकर भी जांच की जाएगी। उस दिन पोर्टल खुला था या नहीं और यह कार्रवाई किस आधार पर की गई है। वहीं फोन पर बातचीत करने पर मुख्यमंत्री उड़न दस्ते के अधिकारियों ने बताया कि सूचना की जानकारी के आधार पर खनन विभाग के साथ संयुक्त रूप से कार्रवाई की गई थी।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग