यमुनानगर, 8 नवंबर (Udaipur Kiran) । हर वर्ष की तरह कार्तिक माह की पूर्णिमा पर 11 से 15 नवंबर तक लगने वाले उत्तर भारत के प्रसिद्ध कपालमोचन मेले की तैयारियां जिला प्रशासन की और से पूरी कर ली गई है। यहां पर श्रद्धालुओं का आगमन शुरू हो गया है। इस बार आठ से 10 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है। मेले में इस बार खच्चर मंडी भी लगाई जाएगी।
शुक्रवार को लघु सचिवालय में पत्रकार वार्ता के दौरान जिला उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने बताया कि 11 से लेकर 15 नवंबर तक चलने वाले कपालमोचन मेले की तैयारियां पूरी कर ली गई है। मेले को चार सेक्टर में बांटा गया है। जिसमें हर सेक्टर में एक उपमंडल अधिकारी की ड्यूटी प्रबंधक के तौर पर निश्चित की गई है। उन्होंने बताया कि जिला प्रशासन की और से श्रद्धालुओं के पवित्र स्नान के लिए कपालमोचन सरोवर, ऋण मोचन सरोवर व सूरज कुंड सरोवर में स्वच्छ पानी की व्यवस्था की गई है। मेले के अवसर पर जिले के सभी विभागों के द्वारा प्रदर्शनी लगाई जाएगी। वहीं स्वास्थ्य विभाग की टीमें मेले में अलग- अलग स्थानों पर अपनी सेवाएं देंगी।
उन्होंने बताया कि इस बार मेले में खच्चर मंडी भी लगाई जाएगी। जबकि बीमारी के चलते पिछले तीन वर्षों से यह मंडी बंद कर दी गई थी। मेले के आसपास के क्षेत्र में शराब बिक्री पर पाबंदी रहेगी। सरोवरों पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए गोताखोरों और एसटीआरएफ की टीम भी मौजूद रहेगी। यात्रियों के आने जाने के लिए रोडवेज की 100 बसों का भी इंतजाम किया गया है। यात्रियों में लिए स्वच्छ पीने के पानी और ठहरने के लिए धर्मशालाओं की भी विशेष व्यवस्था रहेगी। रात्रि के समय मेले के लिए लाइटिंग की विशेष व्यवस्था रहेगी और आपातकालीन विकल्पों का भी प्रावधान किया गया है।
इस मौके पर जिला पुलिस अधीक्षक राजीव देशवाल ने बताया कि पुलिस विभाग द्वारा आने वाले श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर एक महिला सहित सात जिला पुलिस उप अधीक्षक ड्यूटी पर रहेंगे। वहीं पिछले साल के मुकाबले पुलिस बल की संख्या 1800 से बढ़ाकर 2500 की गई है। यातायात के मद्देनजर आने वाले वाहनों के लिए अलग-अलग स्थानों पर पार्किंग की व्यवस्था की गई है।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग