यमुनानगर, 9 नवंबर (Udaipur Kiran) । गुरुनानक खालसा कॉलेज, यमुनानगर को जिले में सतत विकास लक्ष्यों के प्रति अपने असाधारण योगदान के लिए उस्मानिया विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित एसडीजी प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन ग्रेड ए++ के साथ जिला इको एसडीजी चैंपियन 2024 की मान्यता से सम्मानित किया गया है।
शनिवार को यह जानकारी देते हुए कार्यवाहक कालेज प्राचार्य डॉक्टर प्रतिमा शर्मा ने बताया कि यह मान्यता एपेक्स एसडीजी ढांचे के तहत पर्यावरणीय स्थिरता, सामाजिक जिम्मेदारी और राष्ट्रीय विकास के लिए कॉलेज की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है। स्थायी विकास को बढ़ावा देने के प्रयास में, कॉलेज ने स्थिरता के मूल सिद्धांतों पर केंद्रित विभिन्न प्रतियोगिताएं, जागरूकता कार्यक्रम, कौशल विकास गतिविधियाँ और पहल आयोजित की। इन गतिविधियों ने न केवल वैश्विक पर्यावरणीय मुद्दों पर जागरूकता फैलाने में योगदान दिया, बल्कि छात्रों और शिक्षकों को पारिस्थितिक चुनौतियों के व्यावहारिक समाधानों में सक्रिय रूप से शामिल किया।
उन्होंने कहा कि यह मान्यता एसडीजी के माध्यम से राष्ट्रीय विकास में महत्वपूर्ण योगदान देने के लिए हमारे छात्रों, शिक्षकों और कर्मचारियों द्वारा किए गए सामूहिक प्रयासों और कड़ी मेहनत का प्रतिबिंब है। आईक्यूएसी समन्वयक डॉ. कैथरीन मसीह ने संस्थान की शैक्षणिक और पाठ्येतर गतिविधियों में एसडीजी को एकीकृत करने के महत्व पर जोर दिया। एसडीजी सेल के समन्वयक डॉ. अमरजीत सिंह ने कहा कि एसडीजी चैंपियन के रूप में मान्यता प्राप्त होना हम सभी के लिए गर्व का क्षण है।
कॉलेज के सभी शिक्षण और गैर-शिक्षण कर्मचारियों ने एक-दूसरे को बधाई दी और इस प्रतिष्ठित मान्यता को प्राप्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए समन्वयकों डॉ. संजय विज, डॉ. नीलम बहल, डॉ. निधि, डॉ. वर्षा निगम, डॉ. शवेता सचदेवा, प्रो जसप्रीत सिंह, प्रो इतेंदर सिंह और विभिन्न गतिविधियों के अन्य टीम सदस्यों की सराहना की। शासी निकाय और प्रबंध समिति के अध्यक्ष रणदीप सिंह जौहर ने कहा कि यह मान्यता स्थिरता और सामाजिक जिम्मेदारी के मूल्यों का एक प्रमाण है, जिसका गुरु नानक खालसा कॉलेज पालन करता है।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग