
यमुनानगर, 8 मई (Udaipur Kiran) । हरियाणा शिक्षा विभाग तालमेल कमेटी के प्रतिनिधिमंडल ने अपनी मांगों को लेकर जिला शिक्षा अधिकारी धर्मेंद्र चौधरी को ज्ञापन सौंपा तथा कार्यालय से संबंधित मामलों के बारे में शिक्षा अधिकारी के साथ बैठक भी की। गुरुवार को इस मौके पर तालमेल कमेटी के राकेश धनखड़, दिनेश तंवर, विक्रम, राम नरेश संयुक्त रूप से कहा कि एक तरफ तो सरकार द्वारा नौकरी सुरक्षा के नाम पर भारी बयानबाजी व दावे किए जा रहे हैं। जबकि दूसरी तरफ नौकरी से हटाया जा रहा है।
जिन कर्मचारियों को नौकरी करते हुए कई-कई साल हो गए, अब सरकार उनके परिवारों की रोटी छीनने का कार्य कर रही है। सरकार को युवाओं का कच्चा रोजगार भी सहन नहीं है। जन सेवाओं को सुचारु ढंग से चलाने के लिए विभागों में खाली पड़े पदों पर तुरंत भर्तियां करने की आवश्यकता है। परंतु इस प्रकार से कर्मचारियों को नौकरी से हटाने पर विभागों की समस्या और भी खराब हो जाएगी। सरकार युवाओ को नौकरी देना नहीं चाहती, जिसके चलते नौकरी नहीं निकाली जा रही।
उन्होंने कहा कि इन्हीं मुद्दों को लेकर 20 मई की हड़ताल के माध्यम से सरकार कौशल रोजगार निगम से हटाए गए कर्मचारियों को तुरंत प्रभाव से वापिस लेने, कौशल रोजगार निगम तथा सभी प्रकार के कच्चे कर्मचारियों को समग्र नीति बनाकर पक्का करने, पुरानी पेंशन नीति लागू करने, प्रदेश के लिए अलग से आठवां वेतन आयोग गठित करने, श्रम कानून में मजदूर-कर्मचारी विरोधी बदलाव वापस लेने, निजीकरण व बढ़ती महंगाई पर रोक लगाने आदि मांगों को उठाया जाएगा।
शिक्षा निदेशालय पर भी अध्यापकों व शिक्षा विभाग के अन्य कर्मचारियों के एसीपी, मेडिकल, पदोन्नति, एलटीसी के मामले लटकाए जा रहे हैं। हरियाणा कौशल रोजगार में लगे अध्यापकों व अन्य कर्मचारियों के कई महीने का वेतन लंबित है, कच्चे सफाई कर्मी व मिड मील वर्कर्स का वेतन भी समय पर जारी नहीं किया जाता, जिसे लेकर अध्यापकों व कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने कहा कि 27 अप्रैल को रोहतक में हुई कनवेंशन में शिक्षा विभाग तालमेल कमेटी द्वारा शिक्षा निदेशालय पर 12 मई को विरोध प्रदर्शन करने का निर्णय लिया गया, जिसमें हरियाणा भर से शिक्षक, लिपिक व चतुर्थ श्रेणी के हजारों कर्मचारी भाग लेंगे।
(Udaipur Kiran) / अवतार सिंह चुग
