हनोई (वियतनाम), 14 अप्रैल (Udaipur Kiran) । चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सोमवार को दक्षिण पूर्व एशिया के दौरे की शुरुआत करते हुए कहा कि टैरिफ युद्ध में कोई विजेता नहीं होता और चीन वैश्विक स्थिरता के लिए प्रतिबद्ध है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने चीन पर 145 प्रतिशत तक के टैरिफ लगाए हुए हैं। हालांकि कुछ टैरिफ अस्थायी रूप से रोके गए हैं।
वियतनाम और चीन की सरकारी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट में शी जिनपिंग के हवाले से लिखा, “हमारे दोनों देशों को बहुपक्षीय व्यापार प्रणाली, स्थिर वैश्विक आपूर्ति श्रृंखलाओं और खुले तथा सहयोगी अंतरराष्ट्रीय माहौल की रक्षा के लिए एकजुट होना चाहिए।”
शी जिनपिंग का यह दौरा चीन को दक्षिण पूर्व एशिया में एक जिम्मेदार महाशक्ति के रूप में प्रस्तुत करता है, खासकर अमेरिका की टैरिफ नीतियों की पृष्ठभूमि में। सिंगापुर स्थित आईएसईएएस- यूसुफ इशाक इंस्टीट्यूट (ISEAS–Yusof Ishak Institute) के रिसर्चर गुयेन खाक जियांग के अनुसार, यह दौरा चीन की वैश्विक छवि को अमेरिका से अलग दर्शाता है।
शी ने कहा, “वैश्विक अस्थिरता के इस दौर में चीन और वियतनाम की शांतिपूर्ण विकास की प्रतिबद्धता दुनिया के लिए स्थिरता और भरोसे का संदेश है।”
यह दौरा चीन के लिए अपने व्यापारिक साझेदारों को मजबूत करने और अमेरिका के बढ़ते टैरिफ के बीच विकल्प तलाशने का भी अवसर है।
इससे पहले, हनोई हवाईअड्डे पर शी का स्वागत वियतनाम के राष्ट्रपति लुओंग कुआंग ने किया। दौरे के दौरान शी ने वियतनाम की कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव तो लाम और प्रधानमंत्री फाम मिन चिन्ह से मुलाकात की। बातचीत के बाद दोनों देशों के बीच कई समझौतों पर हस्ताक्षर हुए, जिनमें एक प्रमुख समझौता 8 अरब डॉलर की रेलवे परियोजना को तेजी से लागू करने का है। यह प्रोजेक्ट चीन और वियतनाम को रेलमार्ग से जोड़ने का कार्य करेगा, जिसे फरवरी में स्वीकृति मिली थी।
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(Udaipur Kiran) / आकाश कुमार राय
