-लमही महोत्सव 2024 में हिंदी साहित्य के विद्वानों का सम्मान
-सायंकाल 5100 दीपों से स्मारक एवं पैतृक आवास सजा
वाराणसी, 31 जुलाई (Udaipur Kiran) । कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद की जयंती पर बुधवार को उनके गांव लमही में विविध कार्यक्रम का आयोजन किया गया। नाटकों के मंचन से उनकी कृतियों के खास चरित्र होरी, मैकू, अमीना, घीसू जीवंत हुए। इसके अलावा शहनाई, भजन, कजरी व बिरहा से लोक कलाकारों ने उपस्थित लोगों का मनोरंजन किया। संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश व जिला प्रशासन के सहयोग से आयोजित लमही महोत्सव 2024 का शुभारंभ अतिथियों ने किया। प्रो.सदानन्द शाही ने प्रेमचंद की कालजयी रचनाओं पर प्रकाश डाला तथा उनकी रचनाओं को समय से परे बताया। इसके पश्चात प्रेमचंद पथ पत्रिका का विमोचन किया गया।
लमही स्थित रामलीला मैदान में सांस्कृतिक कार्यक्रम में प्रथम प्रस्तुति कठपुतली की हुई। तत्पश्चात नवरचना कॉन्वेंट स्कूल के छात्रों ने मंत्र नाटक की प्रस्तुति की। प्रमोद विश्वकर्मा ने लोक गायन प्रस्तुत किया। सनवैली पब्लिक स्कूल के बच्चों ने मंत्र नाटक, सनबीम एकेडमी के बच्चों ने बूढ़ी काकी, सनबीम वोमेन्स कॉलेज ने पंचपरमेश्वर, कामसोमोल ने आहुति, प्रेरणा कला मंच ने अहिंसा परमो धर्मा, यथार्थ क्रिएशन सोसायटी ने बेटी का धन और द लिटिल मून एकेडमी ने मृतक भोज नाटक की प्रस्तुति की। लोक कलाकार विष्णु यादव ने लोक गायन प्रस्तुत किया। सीमा पटेल ने कजरी गायन किया। सायंकाल 5100 दीपों से मुंशी प्रेमचंद स्मारक एवं पैतृक आवास को सजाया गया। इसके पहले लमही महोत्सव के समन्वयक अमित द्विवेदी ने अतिथियों का स्वागत किया।
हिंदी साहित्य के विद्वानों दयानिधि मिश्रा, प्रो. सदानंद शाही, प्रो. वशिष्ठ अनूप, प्रो. प्रीति जायसवाल, प्रो. अनुराग कुमार, निदेशक दूरदर्शन राजेश कुमार गौतम को सम्मानित किया गया। संचालन डॉ सुजीत चौबे एवं मीनाक्षी ने किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ साहित्यकार डॉ राम सुधार सिंह, डॉ दुर्गा प्रसाद श्रीवास्तव, सुरेश दुबे, डॉ हरेंद्र नारायण सिंह, स्थानीय सभासद ज्ञानचंद पटेल, राजीव गौड़, आनंद कुमार पाल, अभिषेक सिंह, शैज खान आदि की उपस्थिति रही।
(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी / आकाश कुमार राय