कोलकाता, 16 अक्टूबर (Udaipur Kiran) । महानगर कोलकाता में आर.जी. कर मामले में न्याय की मांग कर रहे जूनियर डॉक्टरों के आंदोलन के बीच बुधवार को ‘वर्ल्ड स्पाइन डे’ मनाया गया। हालांकि, इस दिन का जूनियर डॉक्टर आंदोलन से कोई लेना-देना नहीं है लेकिन आर.जी. कर में हुए नारकीय कांड के संदर्भ से यह मेल खाता है। आर.जी. कर मामले में न्याय की मांग कर रहे जूनियर डाक्टरों का आरोप है कि कोलकाता पुलिस के पास ‘मेरुदंड’ नहीं है। आंदोलनकारियों की ओर से पुलिस पर सत्तारूढ़ पार्टी के इशारे पर काम करने और पीड़ितों को न्याय दिलाने में असमर्थ रहने के आरोप लगाए जाते रहे हैं। इसलिए अब यह बंगाल का नारा बन गया है।
दरअसल वर्ल्ड स्पाइन डे मुख्य रूप से शारीरिक संरचना में ‘मेरुदंड’ के महत्व को बढ़ावा देने के लिए 2012 से मनाया जा रहा है। इस वर्ष की थीम ‘सपोर्ट योर स्पाइन’ रखी गई है। बुधवार को दुनिया भर के स्पाइन चिकित्सकों ने इस दिन को मनाया।
आर.जी. कर में हुए घोटाले और उससे बने विश्वासघात के माहौल में ‘मेरुदंड’ को बंगाल में राजनीतिक पहचान मिल रही है। सरकार या प्रशासन के ख़िलाफ़ बोलते समय शरीर का ‘मेरुदंड’ विशेष रूप से भूमिका निभाता है। इसकी शुरुआत जूनियर डॉक्टरों के लालबाजार अभियान से हुई। लंबे इंतजार के बाद जूनियर डॉक्टरों के प्रतिनिधियों ने तत्कालीन पुलिस आयुक्त विनीत गोयल के साथ बैठक के दौरान प्रतीकात्मक ‘मेरुदंड’ सौंपा था।
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(Udaipur Kiran) / गंगा