
गुजविप्रौवि में एक्सट्रूडर मशीन पर कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यशालास्टार्टअप एवं स्वरोजगार के लिए सुनहरा अवसरहिसार, 1 अप्रैल (Udaipur Kiran) । गुरु जम्भेश्वर विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय में एक दिवसीय कौशल विकास प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन 16 अप्रैल को किया जाएगा। यह प्रशिक्षण विशेष रूप से स्टार्टअप और स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए डिजाइन किया गया है, जिससे युवा उद्यमी आत्मनिर्भर भारत के सपने को साकार कर सकें।विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. नरसी राम बिश्नोई ने मंगलवार को कहा कि यह प्रशिक्षण कार्यशाला युवा उद्यमियों के लिए अति उपयोगी साबित होगी तथा भारत को वर्ष 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने में उपयोगी होगी। आत्मनिर्भर भारत की दिशा में भी यह एक सार्थक कदम है। कार्यशाला का आयोजन कौशल विकास पाठ्यक्रम केंद्र (सेंटर फॉर स्किल डेवलपमेंट कोर्सिज) के निदेशक प्रो. मनीष कुमार के मार्गदर्शन में किया जाएगा। खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग की अध्यक्षा प्रो. अराधिता रे की देखरेख में यह प्रशिक्षण दिया जाएगा। कार्यशाला के लिए खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग में उपलब्ध एक्सट्रूडर मशीन का उपयोग किया जाएगा।इस कार्यशाला में प्रतिभागियों को एक्सट्रूडर मशीन के संचालन और रखरखाव, कम लागत में खुद का व्यवसाय शुरू करने की रणनीति, सुरक्षा उपाय और आवश्यक सावधानियों, मशीन की खरीद, संयंत्र की स्थापना और लागत आकलन, ऋण योजनाओं तथा सरकार की सहायता नीतियों के बारे में प्रशिक्षित किया जाएगा। यह प्रशिक्षण केवल 20 प्रतिभागियों के लिए उपलब्ध होगा, ताकि हर प्रतिभागी को व्यक्तिगत रूप से सीखने का अवसर मिल सके। प्रशिक्षण शुल्क 500 रुपये प्रति प्रतिभागी रखा गया है।खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग में उपलब्ध एक्सट्रूडर मशीन के उपयोग से प्रतिभागी अपने स्वयं के खाद्य उत्पाद तैयार कर सकते हैं और इन्हें बाजार में उतारने की रणनीति सीख सकते हैं। इस प्रशिक्षण का उद्देश्य युवाओं को स्वरोजगार और स्टार्टअप के लिए तैयार करना है, जिससे वे प्रधानमंत्री के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के संकल्प को साकार कर सकें। जल्द ही विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट पर आवेदन लिंक उपलब्ध होगा। इच्छुक उम्मीदवार इस सुनहरे अवसर का लाभ उठाने के लिए समय पर आवेदन करें और स्वरोजगार की दिशा में पहला कदम बढ़ाएं।
(Udaipur Kiran) / राजेश्वर
