हल्द्वानी, 2 सितंबर (Udaipur Kiran) । राजकीय महिला महाविद्यालय, हल्द्वानी में महिला एवं बाल विकास विभाग नैनीताल द्वारा जिलाधिकारी महोदया के निर्देशों के क्रम में बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के अंतर्गत “बालिकाओं द्वारा असुरक्षित स्थानों के चिह्नीकरण” विषय में कार्यशाला आयोजित की गई।
इस कार्यशाला में पुलिस विभाग द्वारा गौरा शक्ति ऐप और विभिन्न कानूनों की जानकारी दी गई। इसी तरह एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग, स्वास्थ, शिक्षा, सेवायोजन एवं परिवीक्षा विभाग से आए हुए अधिकारियों द्वारा बालिकाओं से जुड़ी योजनाएं एवं समस्याओं के बारे में जानकारी दी गई।
अपर निदेशक, प्रशिक्षण ऋचा सिंह और जिला कार्यक्रम अधिकारी अनुलेखा बिष्ट द्वारा बालिकाओं से ऐसे स्थानों के बारे में पूछा गया जहां पर वह असुरक्षित महसूस करती हैं। बालिकाओं द्वारा हल्द्वानी में विभिन्न स्थानों को चिह्नित करते हुए असुरक्षित महसूस किए जाने की वजह भी बताई गई जैसे युवक झुंड बना कर खड़े रहते हैं, शराब या नशे का सेवक करते हैं और आते जाते लड़कियों को छेड़ते हैं आदि।
कार्यशाला मे ऋचा सिंह ने बालिकाओं से संवाद स्थापित करते हुए विस्तार से इस विषय पर चर्चा की, जिसमें बालिकाओं ने बढ़चढ़ कर हिस्सा लिया और सुझाव भी प्रस्तुत किए जैसे ऑटो चालक के गले में अनिवार्य आईडी कार्ड, ऑटो या रिक्शा स्टैंड पर पुलिस की गश्त, बालिकाओं के लिए सेल्फ डिफेंस की ट्रेनिंग आदि।
कार्यशाला में चिह्नित स्थानों और कारणों के साथ समिति अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारी महोदया को प्रेषित करेगी, जिससे संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए निर्देशित किया जाएगा। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भय मुक्त वातावरण को बनाना है जहां बालिकाएं स्वयं को असुरक्षित ना महसूस करें और विश्वास के साथ कहीं भी आ जा सके, उन्हें आने-जाने में भय ना लगे और जिस भी क्षेत्र में छेड़छाड़ या बच्चियों को असुरक्षा महसूस हुई है उनमें शीघ्र ही कार्यवाही के लिए जिलाधिकारी महोदय द्वारा निर्देश जारी किए जाएंगे।
कार्यक्रम का संचालन सुपरवाइजर प्रियंका द्वारा किया गया और कार्यक्रम में महाविद्यालय के प्रधानाचार्य, बाल विकास परियोजना अधिकारी हल्द्वानी शिल्पा जोशी एवम भीमताल रेनू मर्तोलिया, सुपरवाईजर, एनएसएस प्रभारी डा. ऋतुराज पंत ऐवम डाॅ. गीता पंत उपस्थित रहे।
(Udaipur Kiran) / अनुपम गुप्ता