
जम्मू, 1 मार्च (Udaipur Kiran) । श्री माता वैष्णो देवी विश्वविद्यालय (एसएमवीडीयू), कटरा में उच्च शिक्षण संस्थानों (एचईआई) में प्रत्यायन प्रक्रिया एवं रैंकिंग पर दो दिवसीय कार्यशाला शुरू हुई। गुणवत्ता आश्वासन निदेशालय (डीक्यूए), एसएमवीडीयू द्वारा आयोजित और भारत सरकार के प्रधानमंत्री-उच्चतर शिक्षा अभियान द्वारा प्रायोजित इस कार्यशाला का उद्देश्य प्रतिभागियों को प्रत्यायन ढांचे और डेटा प्रबंधन रणनीतियों की गहन समझ से लैस करना है।
जम्मू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डॉ.) उमेश राय ने उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। डीक्यूए के निदेशक और कार्यशाला समन्वयक प्रो. सुप्रण शर्मा ने प्रत्यायन मानकों को विकसित करने के महत्व और सभी हितधारकों को संवेदनशील बनाने की आवश्यकता को रेखांकित किया। कुलपति, प्रो. (डॉ.) प्रगति कुमार ने मुख्य अतिथि और प्रो. संजीव कुमार शर्मा, निदेशक, आईक्यूएसी, पंजाब विश्वविद्यालय, चंडीगढ़, जो इस कार्यक्रम के विशिष्ट संसाधन व्यक्तियों में से एक हैं, को सम्मानित किया। अपने संबोधन में प्रो. प्रगति कुमार ने दक्षता और रैंकिंग बढ़ाने के लिए मान्यता के लिए डेटा संग्रह को सुव्यवस्थित करने की आवश्यकता पर बल दिया।
प्रो. (डॉ.) उमेश राय ने अच्छे मान्यता स्कोर हासिल करने में सटीक संस्थागत डेटा के महत्व पर जोर दिया, संस्थानों से आत्म-मूल्यांकन, ताकत और कमजोरियों की पहचान और संस्थागत विकास के लिए सामूहिक जिम्मेदारी की संस्कृति पर ध्यान केंद्रित करने का आग्रह किया। कार्यशाला में प्रो. अब्दुल क्यू. अंसारी (जामिया मिलिया इस्लामिया विश्वविद्यालय, नई दिल्ली) और प्रो. पंकज के. श्रीवास्तव (जम्मू विश्वविद्यालय) भी संसाधन व्यक्तियों के रूप में शामिल हैं जिन्होंने मान्यता जटिलताओं के बारे में जानकारी प्रदान की।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा
