
ऊना, 06 मई (Udaipur Kiran) । वन विभाग ऊना की टीम ने हमीरपुर जिले के नादौन क्षेत्र के साथ कांगड़ा जिले से प्रतिबंधित प्रजाति की लकड़ी लेकर पंजाब जा रही चार गाड़ियों को मंगलवार रात्रि अंबोटा-आशादेवी मार्ग पर पकड़ने में सफलता हासिल की है। वन विभाग की टीम ने इस बावत लकड़ी सहित वाहनों को जब्त कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी है।
प्रदेश में प्रतिबंधित प्रजाति के पेड़ों के कटान पर लगे प्रतिबंध का ही असर है कि पंजाब में लकड़ी की डिमांड बढ़ने के साथ इसके दाम में भी उछाल आया है। यही वजह है कि वन माफिया ज्यादा मुनाफा कमाने के चक्कर में अब अवैध कटान को आगे रख कर चल रहा है। बेशक सीमावर्ती जिला ऊना में वन विभाग वन माफिया को पकड़ने के लिए ज्यादा सतर्कता बरत रहा है लेकिन हद यह है कि अन्य जिलों में शायद इस ओर ध्यान कम ही दिया जा रहा है। यही वजह है कि हमीरपुर व कांगड़ा जिले से प्रतिबंधित प्रजाति के पेड़ों की लकड़ी लेकर गाड़ियां बेधड़क पंजाब सीमा तक पहुंच रही हैं लेकिन रास्ते में इन्हें पूछने वाला कोई नहीं है।
मंगलवार रात्रि वन खंड अधिकारी अशोक कुमार, उप वन खंड अधिकारी दिनेश कुमार, वन रक्षक बलदेव सिंह, विक्रांत सिंह व पंकज कुमार पर आधारित टीम ने अंबोटा-आशा देवी मार्ग पर नाका लगाया था कि रात्रि करीब साढ़े ग्यारह बजे लकड़ी लेकर पंजाब जा रहे चार वाहनों को पकड़ा गया। जब पड़ताल की इनमें प्रतिबंधित प्रजाति के पेड़ों की लकड़ी पाई गई। जिनके कटान पर पूर्णतया प्रतिबंध है। न तो वन विभाग इन्हें काटने की अनुमति देता है और न ही इन्हें प्रदेश से बाहर ले जाने की इजाजत है। आखिर जिन क्षेत्रों में यह अवैध कटान हो रहा है वहां वन विभाग के कर्मियों को इसकी सूचना क्यों नहीं है।
वन मंडल अधिकारी सुशील राणा ने बताया कि वन विभाग की टीम ने चार वाहनों को पकड़ने में सफलता हासिल की है। इनमें से तीन वाहन नादौन क्षेत्र के हैं तो एक वाहन कलोहा क्षेत्र से है। इनके विरुद्ध नियमानुसार कार्रवाई की जा रही है।
—————
(Udaipur Kiran) / विकास कौंडल
