कानपुर, 18 जुलाई (Udaipur Kiran) । उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में टीम की चयन प्रक्रिया में फैले भ्रष्टाचार के जड़ों की परत दिन प्रतिदिन अलग-अलग रूप रेखाओं में खुलती चली आ रही है। संघ में सुपर सेलेक्टर की भूमिका में रह रहे भाई के नाम से मशहूर शख्स और उसके एजेन्टों में अब महिलाओं का भी प्रवेश हो गया है। संघ के भीतर खिलाड़ियों के चयन को लेकर एजेन्ट और खिलाड़ी के बीच हुयी बातचीत के वायरल आडियो से फैले भ्रष्टाचार के जड़ों की एक परत फिर से खुल गयी है।
क्रिकेट जगत के बाजार में एक नया वायरल ऑडियो आने से एक बार फिर से हड़कम्प मच गया है। हालांकि (Udaipur Kiran) न्यूज एजेंसी इस आडियो की पुष्टि नहीं करता है। ऑडियो के मार्केट में आते ही चर्चांए आम हो चली कि कि उस ऑडियो में जिसमें चयन प्रक्रिया के सुपर बॉस भाई के नाम को लेकर खिलाड़ी महिला एजेन्ट को रुपए देने की बात कह रहा है। संघ के अघोषित सुपर सेलक्टर के नाम से प्रसिद्ध शख्स को रुपए पहुंचाने की बात भी उस आडियो में दोहरायी जा रही है। आडियो में खिलाड़ी तीन लाख का इन्तजाम कर महिला एजेन्ट के घर पर जाकर देने की बात कहता सुनाई दे रहा है। यही नहीं महिला एजेन्ट उन्नाव वाले सुपर एजेन्ट का भी नाम लेकर व्हाटसऐप पर कॉल करने की बात कह रही हैं। महिला एजेन्ट खिलाड़ी से यह भी कह रही है कि अगर तय शुल्क से अधिक कोई और देता है तो उसका चयन निश्चित है। यही नहीं पैसा वापस करवाने की गारन्टी भी महिला ऐजेन्ट देने की बात कह रही हैं।
कुछ जानकार लोगों का मानना है कि यह आवाजें यूपीसीए की एक पूर्व महिला खिलाड़ी की है जो संघ में कई पदों पर रह कर अपनी सेवाएं भी दे चुकी हैं। नगर क्रिकेट से जुड़े कुछ पूर्व क्रिकेटरों का मानना है कि भाई नाम के शख्स जब यूपीसीए में किसी पद पर कभी भी नियुक्त नहीं किए गए तो वह छद्म रूप से संघ की चयन प्रक्रिया में अपनी उपयोगिता का प्रदर्शन किस आधार पर करते आ रहें है।
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश क्रिकेट एसोसिएशन में चयन प्रक्रिया में प्रदेश भर के रसूखदार और रईस खानदान के खिलाड़ियों से पैसे लेकर टीम में शामिल किए जाने को लेकर बीते कई महीनों से कुछ प्रकरण सामने आ रहे हैं जिसमें भ्रष्टाचार चरम पर आसानी से सुनायी और दिखायी देने लग गया है। यूपीसीए के एक पदाधिकारी के मुताबिक इस ऑडियो को सुनकर तो लगता है कि ये केवल बानगी भर है ऐसे न जाने कितने और ऑडियो गोदाम में होंगे जो समय आने पर मार्केट में आते रहेगें।
संघ के अघोषित सुपर सेलेक्टर और उनके एजेन्टों की गतिविधियों से आक्रोशित प्रदेश संघ के एक कर्मचारी ने बताया कि इस प्रक्रिया में उनका साथ प्रदेश भर के एजेन्ट और संघ के भीतर के कई कर्मचारी और अधिकारी दे रहें हैं। इस मामले में बात करने के लिए संघ का कोई भी सदस्य समाचार लिखे जाने तक उपलब्ध नहीं हो सका।
(Udaipur Kiran) / अजय सिंह / मोहित वर्मा