जम्मू, 20 नवंबर (Udaipur Kiran) । अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने केंद्रीय विश्वविद्यालय जम्मू में झाँसी की वीरांगना, रानी लक्ष्मीबाई की जयंती पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में शगुन परीहार (विधायक, किश्तवाड़), प्रोफेसर संजीव जैन (कुलपति, सीयू जम्मू), और तिलक ठाकुर (राज्य संगठक सचिव, अभाविप जम्मू-कश्मीर) मुख्य अतिथि रहे। सभी ने इस महान योद्धा रानी को श्रद्धांजलि अर्पित की।
कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने रानी लक्ष्मीबाई के नेतृत्व, साहस और भारत के स्वतंत्रता संग्राम में उनके योगदान को रेखांकित किया। अभाविप की राज्य उपाध्यक्ष, प्रोफेसर रितु बख्शी ने अपने उद्घाटन भाषण में रानी लक्ष्मीबाई की धरोहर और उनके आदर्शों की वर्तमान युग में प्रासंगिकता पर जोर दिया। उन्होंने “जहां स्त्रियों का सम्मान होता है, वहां देवताओं का वास होता है” के विचार के साथ युवाओं को प्रेरित किया और राष्ट्र निर्माण में महिलाओं की भूमिका पर प्रकाश डाला।
प्रोफेसर संजीव जैन ने अपने संबोधन में युवाओं में देशभक्ति और साहस के मूल्यों को अपनाने पर बल दिया। मुख्य अतिथि शगुन परीहार ने इस स्त्री शक्ति दिवस के महत्व पर चर्चा करते हुए कहा कि महिलाओं का राष्ट्र के विकास और इतिहास निर्माण में प्रमुख योगदान है। तिलक ठाकुर ने रानी लक्ष्मीबाई के ब्रिटिश साम्राज्यवाद के खिलाफ संघर्ष की महत्ता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि महिलाओं के निर्णय-निर्माण में सक्रिय प्रतिनिधित्व से हमारी राजनीतिक प्रणाली अधिक समावेशी और संवेदनशील बनेगी। कार्यक्रम का समापन रानी लक्ष्मीबाई के प्रेरणादायक मूल्यों और राष्ट्रगान के साथ हुआ। इसमें 150 से अधिक छात्र-छात्राओं और संकाय सदस्यों ने भाग लिया।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा