Uttar Pradesh

भारत की महिलाएं राफेल उड़ा रही, पड़ोसी देशों में उन्हें पर्दे में कैद किया जा रहा

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के पूर्व संध्या पर संगोष्ठी में छात्राएं

—अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के पूर्व संध्या पर संगोष्ठी, नुक्कड़ नाटक

वाराणसी, 07 मार्च (Udaipur Kiran) । अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर शुक्रवार को शहर में विविध कार्यक्रम आयोजित हुए। बरियासनपुर चिरईगांव स्थित महादेव पीजी कॉलेज में राष्ट्रीय सेवा योजना तथा फाइन आर्ट विभाग के तत्वावधान में आयोजित गोष्ठी में विद्यार्थियों ने नुक्कड़ नाटक व भाषण प्रतियोगिता में भाग लिया। इस दौरान छात्रों ने महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए लोगों से आह्वान किया।

संगोष्ठी में कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दयाशंकर सिंह ने कहा कि भारत में नारी को शक्ति का स्वरूप माना जाता है । नारी को नारायणी रूप में ही देखा जाता है। इस संगोष्ठी का उद्देश्य भी नारी को उच्च सम्मान दिलाना है। एनएसएस के कार्यक्रम अधिकारी डॉ. लोकनाथ पांडेय ने कहा कि भारत की महिलाएं आज राफेल जैसे युद्धक विमान को उड़ा रही हैं। वहीं, पाकिस्तान, अफगानिस्तान, सीरिया में महिलाओं को पर्दे में रखने तथा पढ़ाई से वंचित कर दिया गया है। हमारे वेदों में भी यत्र नारयस्तु पूज्यंते, रमंते तत्र देवता का उद्धरण है। अर्थात जहां नारी की पूजा होती है वही देवता भी वास करते हैं।

शिक्षा शास्त्र के विभाग अध्यक्ष डॉ किरण सिंह ने कहा कि बेटियां भारत की आन, बान और शान हैं। पुरुष के साथ जीवन के हर मोड़ पर नारियां सहयोगी और अर्धनारीश्वर के रूप में विद्यमान रहती हैं। डॉ. विजय कुमार ने कहा कि महिला के बिना इस सृष्टि की रचना नहीं की जा सकती तो अन्य बातों को सहज ही समझा जा सकता है। इसलिए महिला का सम्मान होना बेहद जरूरी है। गोष्ठी का संचालन फाइन आर्ट विभाग की अध्यक्ष डॉ. अंजलि मौर्य ने किया। गोष्ठी में कॉलेज की प्रथम महिला सीमा सिंह, डॉ. निर्मल राय, डॉ. मारुत नंदन मिश्रा, विनोद सिंह, अवनीश सिंह, विकास सिंह, राकेश सिंह भी मौजूद रहे।

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(Udaipur Kiran) / श्रीधर त्रिपाठी

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