
हरिद्वार, 8 मार्च (Udaipur Kiran) । अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर गायत्री तीर्थ शांतिकुंंज में कई कार्यक्रम हुए। वहीं महिला मण्डल की बहिनों के संचालन में 27 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ हुआ। जहाँ सर्वे भवन्तु सुखिनः की भावना से श्रद्धासिक्त हजारों साधकों ने यज्ञ भगवान को आहुतियाँ प्रदान कीं।
इस अवसर पर शैलदीदी ने कहा कि गायत्री परिवार की संस्थापिका माता भगवती देवी शर्मा ने साठ के दशक से ही महिलाओं के विकास के लिए कार्य करना प्रारंभ कर दिया था। उन्होंने सभी वर्ग, जाति, सम्प्रदाय की महिलाओं को समान रूप से जागरूक करने के लिए अनेक प्रयास किए। शैलदीदी ने कहा कि नारी भाव संवेदनाओं की गंगोत्री है। महिलाएँ न केवल परिवार की धुरी होती हैं, बल्कि समाज की प्रगति में भी उनका महत्त्वपूर्ण योगदान है। महिला मण्डल की प्रमुख श्रीमती शैफाली पण्ड्या ने कहा कि आज के इस महत्वपूर्ण दिन पर हमें नारी की शक्ति, उसकी संघर्षशीलता और उसकी अदम्य इच्छाशक्ति को नमन करना चाहिए। महिलाओं को आत्म-निर्भर और सशक्त बनाने के लिए हमें उन्हें शिक्षा, सम्मान और अवसर देना अत्यंत आवश्यक है।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला
