जम्मू, 25 सितंबर (Udaipur Kiran) । महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भारतीय सेना ने सुदूर पीर पंजाल क्षेत्र की महिलाओं, विशेष रूप से पुंछ और राजौरी जिलों के सैंडोट, मंजाकोट और अन्य क्षेत्रों की महिलाओं के उत्थान के उद्देश्य से सिलाई पाठ्यक्रम सफलतापूर्वक पूरा किया है। यह पहल स्थानीय महिलाओं को आत्मनिर्भरता और आर्थिक स्वतंत्रता के लिए महत्वपूर्ण कौशल से लैस करके उनकी सामाजिक-आर्थिक स्थिति को बढ़ाने के लिए सेना की प्रतिबद्धता को रेखांकित करती है।
गत माह 28 अगस्त को शुरू हुए इस पाठ्यक्रम में 40 महिलाओं और दो प्रशिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सिलाई मशीनों और कच्चे माल से लैस, प्रशिक्षण केंद्र ने बुनियादी सिलाई तकनीकों से लेकर उन्नत परिधान डिजाइन तक सिलाई पर व्यापक मार्गदर्शन प्रदान किया। यह पहल भारतीय सेना के बड़े सामुदायिक विकास एजेंडे का एक हिस्सा है जिसका उद्देश्य पीर पंजाल जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में जीवन को बेहतर बनाना है। अलगाव और संसाधनों तक सीमित पहुँच जैसी चुनौतियों का समाधान करके सेना समुदाय की एक मजबूत भावना को बढ़ावा देने और स्थानीय आबादी के साथ स्थायी साझेदारी बनाने की उम्मीद करती है।
बताते चलें कि सिलाई पाठ्यक्रम के सफल समापन से इन महिलाओं को व्यावहारिक कौशल प्राप्त होते हैं जो आर्थिक अवसरों में तब्दील हो सकते हैं, जिससे क्षेत्र के विकास और आत्मनिर्भरता में योगदान मिल सकता है।
(Udaipur Kiran) / राहुल शर्मा