कोलकाता, 21 नवंबर (Udaipur Kiran) । पश्चिम बंगाल के बांकुरा जिले में सरकारी चिकित्सा सुविधाओं की खामियों और सुरक्षा को लेकर चिंताजनक घटना सामने आई है। सोनामुखी के ग्रामीण अस्पताल में एक गर्भवती महिला ने बिना किसी चिकित्सा सहायता के शौचालय में समय से पहले बच्चे को जन्म दिया। इस दौरान अस्पताल परिसर में घूम रहे एक आवारा कुत्ते ने नवजात को मुंह में दबोच लिया।
यह घटना 18 नवंबर की रात की है, जब प्रसव पीड़ा के कारण महिला को सोनामुखी ग्रामीण अस्पताल में भर्ती कराया गया। महिला ने अस्पताल के शौचालय में छह महीने के बच्चे को जन्म दिया। लेकिन कोई स्टाफ मदद के लिए मौजूद नहीं था। इस बीच, एक आवारा कुत्ते ने नवजात को उठा लिया, जिसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
महिला के परिवार का आरोप है कि बार-बार मदद के लिए पुकारने के बावजूद, अस्पताल का कोई भी कर्मचारी उनकी सहायता के लिए नहीं आया। घटना के बाद महिला को इलाज के लिए बिष्णुपुर सुपर-स्पेशलिटी अस्पताल भेजा गया। अस्पताल प्रशासन ने मामले की जांच का आश्वासन दिया है।
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नेताओं की प्रतिक्रिया
भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री प्रतिमा भौमिक ने इस घटना पर नाराजगी जताते हुए ममता बनर्जी सरकार की स्वास्थ्य सेवाओं को आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, यह घटना ममता बनर्जी के ‘विश्व स्तरीय’ स्वास्थ्य सेवाओं की सच्चाई को उजागर करती है।
इस घटना ने राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। हाल ही में कोलकाता के आर.जी कर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में नौ अगस्त को एक महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या के बाद से डॉक्टर बेहतर सुरक्षा और बुनियादी ढांचे की मांग कर रहे हैं।
यह घटना पश्चिम बंगाल के सरकारी अस्पतालों में मौजूदा समस्याओं और कमजोर सुरक्षा तंत्र की गंभीरता को उजागर करती है। प्रशासन को जल्द से जल्द इन मुद्दों पर कार्रवाई करनी होगी।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर