
जींद, 10 मार्च (Udaipur Kiran) । नरवाना में हनी ट्रैप के मामले में आठ लाख रुपये लेते पकड़ी गई महिला पहले भी कई लोगों से दुष्कर्म की धमकी देकर रुपये ऐंठ चुकी थी। आरोपित महिला ने हनीट्रैप को हथियार बना लिया और हर छह महीने में किसी न किसी को शिकार बना कर दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाने की बात कह कर रुपये ऐंठती थी। सड़क पर खड़े होकर लिफ्ट मांगने के बहाने, मोबाइल फोन नंबर मिलाने के बहाने समेत कई तरह से सामने वाले को फंसाया जाता। इस दौरान मीठी बातें की जाती और फिर मिलने के बाद उसकी वीडियो बनाकर उसे दुष्कर्म का डर दिखाकर पुलिस को शिकायत दे देती।
अब तक तीन मामले सामने आ चुके हैं, जिनसे महिला रुपये समझौते के नाम पर ठग चुकी है। गौरतलब है कि आठ जनवरी 2025 को थाना सदर नरवाना में एक महिला ने गांव कापड़ो निवासी मनीष के खिलाफ दुष्कर्म का मामला दर्ज करवाया था। जिसकी तफ्तीश उप पुलिस अधीक्षक नरवाना अमित द्वारा की जा रही थी। मुकद्में में आरोपित मनीष की मां ने उप पुलिस अधीक्षक को शिकायत पेश की थी और दुष्कर्म का आरोप लगाने वाली महिला व उसके परिवार से मामले को रफा-दफा करने की एवज में आठ लाख रुपये की मांगे जाने की बात कही जा रही थी। एक लाख रुपये आरोपितों ने एडवांस के तौर पर ले लिए थे।
डीएसपी नरवाना अमित द्वारा मामले की जांच सीआईए प्रभारी नरवाना को सौंपी गई। सीआईए प्रभारी ने एएसआई रमेश कुमार के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। सीआईए टीम ने आठ लाख रुपये के नोटों के सीरियल नंबर नोट करके शिकायतकर्ता को सौंप दिए। आरोपितों ने आठ लाख की रकम लेने के लिए शिकायतकर्ता को उचाना कलां गांव में एक परचून की दुकान पर बुलाया। जैसे ही आरोपित ने शिकायतकर्ता से आठ लाख रुपये लिए, इशारा मिलते ही आरोपितों को नकदी सहित गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपित की पहचान उचाना क्षेत्र के ही गांव कहसून निवासी बलिंद्र व उचाना कलां निवासी एक महिला के रूप में हुई। सोमवार को पत्रकारों से बातीचत में डीएसपी अमित कुमार ने बताया कि इसमें और भी कई लोगों के नाम सामने आ सकते हैं।
(Udaipur Kiran) / विजेंद्र मराठा
