हरिद्वार, 30 सितंबर (Udaipur Kiran) । भारत बांग्लादेश क्रिकेट शृखंला लाखों हिन्दुओं की लाश पर चलने वाले कुछ नेताओं और व्यापारियों का तमाशा है। वह तथाकथित सौ करोड़ हिन्दुओं के स्वाभिमान को सीधी चुनौती है। इस शृखंला का अर्थ ये है कि व्यापारी, नेता गठजोड़ के लिये हिन्दुओं की जान और हिन्दुओं की बहन-बेटियों की इज्जत की कोई कीमत नहीं है। अगर आज तथाकथित सौ करोड़ हिन्दुओं में जरा सा भी स्वाभिमान बाकी है तो उन्हें शर्म से डूब मरना चाहिये।
ये विचार शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि महाराज ने माया देवी मंदिर से जारी वीडियो में व्यक्त किए।
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरि महाराज का कहना है कि 19 सितम्बर से 12 अक्टूबर तक चलने वाली यह क्रिकेट शृखंला बांग्लादेश में मारे गए निर्दोष हिन्दुओं का घोर अपमान और तिरस्कार है।
आज भारत में कोई धर्मनिरपेक्ष या मुस्लिम वोट से बनी सरकार नहीं है। अगर आज बांग्लादेश के हिन्दुओं की इस बर्बादी पर भी धंधे को प्राथमिकता देंगे तो कल अपनी बर्बादी के लिये भी तैयार रहें। ये धंधेबाज उनकी बर्बादी पर भी ऐसे ही जश्न मनायेंगे।
उन्होंने संकल्प लिया कि दिल्ली में भारत बांग्लादेश का क्रिकेट मैच उनके जीते जी सम्भव नहीं होगा। चाहे कुछ भी हो जाये दिल्ली में उनके होते हुए निर्दोष हिन्दुओं के हत्यारे हिन्दुओं का मजाक नहीं बना पाएंगे।
रामस्वरूपानंद महाराज ने कहा कि संपूर्ण संत समाज को हिन्दुओं के कातिलों के साथ हो रहे इस क्रिकेट शृखंला का विरोध करना चाहिए। श्रीअखण्ड परशुराम अखाड़े के अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने भी महामंडलेश्वर की बात का समर्थन किया और संत समाज से इस विषय को गंभीरता से लेने का आग्रह किया।
इस दौरान जूना अखाड़े के कोठरी महंत महाकाल गिरि, स्वामी सत्यानंद गिरि, यति सत्यदेवानंद, यति रणसिंहानन्द, यति निर्भयानंद, यति नित्यानंद तथा अन्य सन्त भी उपस्थित थे।
(Udaipur Kiran) / डॉ.रजनीकांत शुक्ला