
कोलकाता, 14 अप्रैल (Udaipur Kiran) । वक्फ़ कानून को लेकर बीते कुछ दिनों से मुर्शिदाबाद जिले के कई इलाकों में तनाव और विरोध प्रदर्शन देखे जा रहे हैं। इसी पृष्ठभूमि में सोशल मीडिया पर तृणमूल कांग्रेस के सांसद और पूर्व भारतीय क्रिकेटर यूसुफ पठान की चाय पीते हुए एक तस्वीर वायरल हुई, जिसे लेकर विपक्षी दलों ने उन पर निशाना साधा। अब इस विवाद पर तृणमूल विधायक अपूर्व सरकार ने सामने आकर पार्टी सांसद का बचाव किया है और साथ ही कांग्रेस, वाम मोर्चा और भारतीय जनता पार्टी पर तीखा हमला बोला है।
अपूर्व सरकार ने कहा कि जिस इलाके में अशांति की घटनाएं हुई हैं, वह बहरमपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत नहीं आता, बल्कि वह इलाका कांग्रेस सांसद ईशा खान चौधरी के मालदा लोकसभा क्षेत्र का हिस्सा है। उन्होंने सवाल किया कि धूलियान और सामशेरगंज, ये दोनों ही क्षेत्र यूसुफ पठान के संसदीय क्षेत्र में नहीं आते। फिर सवाल यह है कि ईशा खान चौधरी कहां हैं? किसी ने उनसे कोई सवाल क्यों नहीं पूछा?
तृणमूल विधायक ने स्पष्ट किया कि मुर्शिदाबाद जिले में कुल 22 विधानसभा क्षेत्र हैं, जिनमें से 20 क्षेत्र तीन सांसदों—यूसुफ पठान (बहरमपुर), अबू ताहेर खान (मुर्शिदाबाद) और खलीलुर रहमान (जंगीपुर)—के अधिकार क्षेत्र में आते हैं। वहीं, बाकी दो विधानसभा क्षेत्र—फारक्का और समशेरगंज—मालदा लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आते हैं, जिसका प्रतिनिधित्व कांग्रेस की ईशा खान चौधरी करती हैं।
विधायक अपूर्व सरकार ने यह भी दावा किया कि मुर्शिदाबाद और बहरमपुर लोकसभा क्षेत्रों में पूर्ण रूप से शांति बनी हुई है। उन्होंने कहा कि इन इलाकों के सांसद और विधायक आपसी समन्वय में रहकर क्षेत्र की शांति बनाए रखने के लिए लगातार काम कर रहे हैं। यूसुफ पठान भी लोगों के साथ नियमित रूप से संपर्क में हैं और बहरमपुर क्षेत्र में कहीं भी कोई अप्रिय घटना सामने नहीं आई है।
उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी दल—माकपा, कांग्रेस और भाजपा—एकजुट होकर यूसुफ पठान और तृणमूल कांग्रेस को निशाना बना रहे हैं, जबकि इसका कोई आधार नहीं है। अपूर्व सरकार ने इस पूरे विवाद को एक राजनीतिक साजिश करार दिया।
(Udaipur Kiran) / ओम पराशर
