बाराबंकी 9 नवंबर (Udaipur Kiran) । रामनगर ब्लॉक में तैनात बोरिंग टेक्निशियनों द्वारा कुछ खास लोगों के जरिए किसानों का आर्थिक शोषण कराया जा रहा था। उन पर जब विभागीय जेई ने शिकंजा कसा व पारदर्शी व्यवस्था लागू की तो वे लोग जेई को हटाने की साजिश में जुट गए हैं। इधर उधर फर्जी शिकायतें करवाने में लगे है।
ब्लॉक रामनगर में जेई लघु सिंचाई पांच छ माह पहले ही आए हैं जो किसानों की पहचान व सत्यापन कर खतौनी आदि कागज़ात देखकर ही कार्य करते हैं जबकि इसके पहले कुछ चुनिंदा लोग किसानों की खतौनी व आधार लाकर नि शुल्क बोरिंग का लाभ दिलाकर किसानों से सुविधा शुल्क वसूल कर बोरिंग टेक्निशियनों को भी पंहुचा रहे थे। यही वजह थी कि कभी इन लोगों के द्वारा तैनात जेई का विरोध नहीं किया गया। यही लोग विभाग पर पूरी तरह हावी थे और पूरी मनमानी चलती थी। नए आए जेई ने पारदर्शी व्यवस्था लागू कर सभी किसानों को बुलाकर उनका सत्यापन कर कागज़ात देख स्वयं कम्प्यूटर पर ब्यौरा दर्ज कर रहे है। इससे बोरिंग टेक्निशियनों की चल रही पहले की कारगुजारियों पर रोक लग गई और बिचाैलिए भी परेशान है। इसी का नतीजा रहा कि कुछ लोगों को मोहरा बनाकर जेई को हटाने के लिए शिकायत कराई जाने लगी। ब्लॉक में आठ साल से जमे टेक्निशियन व दरियाबाद में विवादों से घिरे रहने वाले रामनगर आए बीटी मिलकर एक ऐसा माहौल तैयार कर रहे जिससे विभाग की छवि धूमिल हो रही है। इस संबंध में बीडीओ ने बताया कि वे अवकाश पर हैं आने के बाद मामला देखेंगे।
(Udaipur Kiran) / पंकज कुमार चतुवेर्दी