नाहन, 03 दिसंबर (Udaipur Kiran) । प्रदेश में बारिश न होने से जहां किसानों की समस्याएं बढ़ी हैं, वहीं सिरमौर जिले में भी पिछले लगभग अढ़ाई महीने से बारिश का न होना सूखे जैसी स्थिति पैदा कर रहा है। रबी फसल की बिजाई के लिए किसान वर्षा का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन बारिश की राह तकते हुए अब रबी की बिजाई का समय खत्म होने जा रहा है।
कृषि विभाग के आंकड़ों के अनुसार जिले में अभी तक 50 प्रतिशत किसान ही गेहूं की बिजाई कर पाए हैं। सिरमौर जिले में 26,500 हेक्टेयर भूमि पर गेहूं की खेती होती है, और जिले का गेहूं उत्पादन मुख्य रूप से अपनी खपत के बाद अन्य राज्यों को भेजा जाता है। इस वर्ष जिले में 53,400 क्विंटल गेहूं उत्पादन का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन मौसम की बेरुखी से किसान मायूस हैं।
जिले के पोंटा उपमंडल में सिंचाई सुविधाएं होने के कारण किसानों की बारिश पर निर्भरता कम है, लेकिन अन्य उपमंडलों में किसान पूरी तरह से वर्षा पर निर्भर रहते हैं।
कृषि विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि वे 15 दिसंबर तक HPW 373 बीज लगाएं। इसके अलावा, HD 2960 और HD 3086 बीज भी उपलब्ध कराए गए हैं।
उप निदेशक कृषि डॉ. राजकुमार ने कहा कि अगर रबी के मौसम में और बारिश नहीं होती है तो किसान विकल्प के तौर पर आलू उगाने का विचार कर सकते हैं। विभाग की आकस्मिक योजना के तहत कुफरी ज्योति आलू के 1200 क्विंटल बीज सभी उपमंडलों पर उपलब्ध कराए गए हैं। किसान 15 जनवरी तक आलू उगा सकेंगे जिससे उन्हें कम से कम नुकसान होगा।
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(Udaipur Kiran) / जितेंद्र ठाकुर