Uttar Pradesh

जिले में एनपीके खाद के अभाव में  पिछड़ती जा रही है गेहूं की फसल  

जिले में एनपीके खाद के अभाव में  पिछड़ती जा रही है गेहूं की फसल

इस वर्ष निजी दुकानों को एमपीके खाद उपलब्ध न होने से सरकारी संस्थाओं को आपूर्ति की जा रही है: एमडी

मुरादाबाद, 22 नवम्बर (Udaipur Kiran) । गेहूं व गन्ना की बोआई के लिए एनपीके खाद की आवश्यकता पूरी नहीं होने के कारण कृषक परेशान हैं। किसानों ने कहा कि एनपीके खाद के अभाव में गेहूं की फसल पिछड़ती जा रही है। किसानों ने बाजार व सरकारी संस्थानों में शीघ्र ही खाद उपलब्ध कराने की मांग की है।

ठाकुरद्वारा में भी किसानों को तीसरे दिन भी शुक्रवार को एनपीके खाद नहीं मिली। किसान सेवा सहकारी समितियों के केंद्रों पर एनपीके खाद मंगलवार को समाप्त हो गई थी। इसके बाद बुधवार और गुरुवार को समिति के विक्रय केंद्रों पर सन्नाटा पसरा रहा। किसान केंद्रों पर बिना खाद के ही लौटते रहे। किसान रामसिंह और महमूद अली ने बताया कि शुक्रवार को खाद मिलने की उम्मीद थी, लेकिन आपूर्ति नहीं हो सकी। इसकी वजह से हम घर वापस जा रहे है।

ठाकुरद्वारा सहकारी समिति नंबर तीन के एमडी सौरभ कुमार ने बताया कि इस वर्ष निजी दुकानों को एमपीके खाद उपलब्ध न होने से सरकारी संस्थाओं को आपूर्ति की जा रही है। इसके कारण सहकारी समिति मौढी हजरतपुर व सहकारी समिति मोढी हजरतपुर, चौहान नंबर तीन के लिए खाद की आपूर्ति होने पर काफी किसानों को तो खाद मिल चुकी है, लेकिन कुछ अभी वंचित रह गए हैं। सौरभ कुमार ने जानकारी दी कि 262 बैग एनपीके खाद उपलब्ध हुई थी जो 1470 प्रति क्विंटल के हिसाब से है।

उन्होंने आगे कहा कि किसी भी किसान को परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। जो केंद्र पर आकर बैठ जाते हैं, उनसे भी अपील की हैं कि जैसे ही खाद केंद्र पर आएगी सूचना सार्वजनिक की जाएगी।

(Udaipur Kiran) / निमित कुमार जायसवाल

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